नई दिल्ली: एयर मार्शल बीरेन्द्र सिंह धनोआ एवीएसएम वाईएसएम वीएम ने 1 जून, 2015 को वायु सेना के उप-प्रमुख (वीसीएएस) का कार्य भार संभाला है। उन्हें जून 1978 में भारतीय वायु सेना में एक लड़ाकू पाइलट के रूप में कमीशन दिया गया था। वे राष्ट्रीय भारतीय सैन्य कॉलेज, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन के छात्र रहे हैं।
एयर मार्शल धनोआ एक योग्य फ्लाइंग प्रशिक्षक हैं और उन्होंने अपने प्रतिष्ठित कैरियर के दौरान अनेक प्रकार के लड़ाकू विमान उड़ाए हैं। करगिल युद्ध के दौरान उन्होंने लड़ाकू स्क्वाड्रन का नेतृत्व किया और स्वयं पहाड़ी इलाकों में अनेक रात्रि कालीन मिशन उड़ानें भरी।
उन्हें लड़ाकू बेस के स्टेशन कमांडर और विदेश में भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल के नेता सहित अनेक महत्वपूर्ण परिचालन नियुक्तियों का कार्यभार संभालने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज वैलिंगटन के मुख्य प्रशिक्षक (वायु), वायु सेना मुख्यालय में एयर स्टाफ (इंटेलिजेंस) के सहायक प्रमुख और दो परिचालन कमानों के सीनियर एयर स्टाफ आफिसर के पदों पर भी कार्य किया है। वायु सेना के उप-प्रमुख के रूप में नियुक्ति से पूर्व वे दक्षिण-पश्चिमी वायु कमान के एयर आफिसर कमांडिंग-इन-चीफ थे।
उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति ने इन्हें 1999 में युद्ध सेवा मैडल (वाईएसएन), वायु सेना मेडल (वीएन) और 2015 में अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम) प्रदान किये। एयर मार्शल श्री धनोआ एयर मार्शल रविकांत शर्मा पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम एडीसी के स्थान पर वायु सेना उप-प्रमुख बने हैं, जो 40 वर्ष की शानदार सेवा के बाद 31 मई, 2015 को सेवानिवृत्त हुए हैं।