देहरादून: सोमवार को सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. भूपिन्दर कौर औलख ने सचिवालय स्थित एफ.डी.आर.सी (थ्त्क्ब्) सभा कक्ष में जन्म/मृत्यु पंजीकरण से सम्बन्धित राज्य स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए महानिदेशक स्वास्थ्य को निर्देश दिये हैं कि राज्य में जन्म मृत्यु पंजीकरण योजना को शत-प्रतिशत लागू करने के लिए अनवरत रूप से पर्यवेक्षण करें।
सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. औलख ने कहा कि एस.एम.एस के द्वारा भी जन्म/मृत्यु पंजीकरण कराने के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाया जाय, जो बहुत ही सस्ता एवं सरल उपाय है। उन्होने महानिदेशक स्वास्थ्य से कहा कि वे समस्त मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देशित करें कि अपने से सम्बंधित जिलाधिकारी से समन्वय कर जन्म-मृत्यु पंजीकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए समस्त जनपदस्तरीय अधिकारियों की बैठक आयोजित करायें। उन्होने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शीघ्र ही समस्त जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा की जायेगी। डा. औलख ने योजना के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए जन-मानस में व्यापक प्रचार प्रसार करने पर भी जोर दिया।
बैठक में महानिदेशक स्वास्थ्य आर.पी.भट्ट ने बताया कि जन्म-मृत्यु पंजीकरण के लिए भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये साफ्टवेयर पर आन लाईन के साथ आफ लाईन पंजीकरण कराया जा सके, इस के लिए कार्य किया जा रहा है। श्री भट्ट ने सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को आश्वस्त किया कि योजना के लक्ष्य की प्राप्ति में उनके स्तर से कोई कमी नहीं आने दी जायेगी।
उप निदेशक जनगणना भारत सरकार अजय खन्ना ने कहा कि शमशान घाट (क्रिमेनेशन ग्राऊन्ड) के केयर टेकर को शहरी क्षेत्रों के लिए नोटीफायर बनाया जाये जिससे लक्ष्य प्राप्ति में सुविधा होगी। अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय डी. गुंज्याल ने कहा कि इस अभियान को पुरा करने में पुलिस विभाग का सहयोग हर स्तर पर रहेगा। बैठक के दौरान सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम के कोआडिनेटर रोहित जमाडा ने राज्य में जन्म/मृत्यु पंजीकरण की वर्तमान स्थिति का विस्तृत प्रस्तुतीकरण किया।