नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अंतत: बीजेपी ने दिल्ली पर जारी उहापोह को खत्म कर दिया है. दिल्ली की सात में से 4 सीटों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. इसके साथ ही इंदौर और अमृतसर सीट पर जारी संस्पेंस को बीजेपी आलाकमान ने खत्म करते हुए कुल 7 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. इसके अलावा यूपी के घोसी से हरिनारायण राजभर को अपना उम्मीदवार बनाया है.
दिल्ली से बीजेपी ने 4 चेहरों के नाम का ऐलान कर दिया है. हर्षवर्धन को चांदनी चौक से उम्मीदवार बनाया है. नॉर्थ ईस्ट सीट से एक बार फिर से मनोज तिवारी को टिकट दिया गया है. पश्चिमी दिल्ली से साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा पर पार्टी ने एक बार फिर से भरोसा जताया है. वहीं दक्षिण दिल्ली सीट से बीजेपी ने रमेश बिधूड़ी को मैदान में उतारा है. बिधूड़ी का मुकाबला इस सीट पर AAP के राघव चड्ढा से हाेगा.
Bharatiya Janata Party releases list of candidates for Delhi, Punjab, Madhya Pradesh and UP; Dr Harsh Vardhan to contest from Delhi's Chandni Chowk, Manoj Tiwari- North East Delhi, Pravesh Verma- West Delhi, Ramesh Bidhuri -South Delhi and Hardeep Puri from Amritsar pic.twitter.com/VDaivg0A7n
— ANI (@ANI) April 21, 2019
दिल्ली की तीन सीटों पर अब भी पेंच फंसा है
दिल्ली की 7 में से 4 सीटों पर तो बीजेपी ने अपने पत्ते खोल दिए हैं, लेकिन अब भी तीन सीटें बाकी हैं. इनमें एक सबसे प्रतिष्ठित नई दिल्ली सीट भी है. इस सीट से पार्टी क्रिकेटर गौतम गंभीर को उतारने का मन बना रही है. इसके अलावा उत्तर पश्चिम सीट से सांसद उदित राज और पूर्वी दिल्ली की सीट पर भी फैसला नहीं हो पाया है. इस सीट से महेश गिरी सांसद हैं.
इंदौर का सस्पेंस खत्म
बीजेपी ने आखिरकार इंदौर सीट से सस्पेंस को खत्म कर दिया है. इस सीट से बीजेपी ने शंकर लालवानी को उम्मीदवार बनाया है. यहां से अब तक बीजेपी की वरिष्ठ नेता और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन सांसद थीं. लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. ऐसे में कई चेहरे थे, जो रेस में थे, लेकिन बाजी शंकर लालवानी के हाथ में लगी.
अमृतसर से हरदीप पुरी होंगे पार्टी का चेहरा
बीजेपी ने अमृतसर सीट से केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को अपना उम्मीदवार बनाया है. यहां से बीजेपी के कभी नेता रहे नवजोत सिंह सिद्धू जीतते थे. लेकिन 2014 में बीजेपी ने अरुण जेटली को मैदान में उतारा था, लेकिन वह कैप्टन अमरिंदर सिंह से चुनाव हार गए थे.