लखनऊ: केंद् और प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता हासिल करने के बाद कायस्थ समाज की उपेक्षा की। इसके बाद अपनी रणनीति के कायस्थों ने गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में मतदान का बहिष्कार किया था। जिसका परिणाम यह रहा कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में भाजपा को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। कायस्थ समाज आज किसी राजनीतिक दल का बंधुआ मजदूर नहीं है। बल्कि अब वह संगठित है और अपने निर्णय के चलते किसी भी चुनाव की दिशा और दशा बदलने में सक्षम है। यह विचार अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष हृदय नारायण श्रीवास्तव ने व्यक्त किये।
रविवार को राजधानी के पर्यटन भवन में आयोजित अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कायस्थ समाज को संगठित और एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज सरकार से मांग करता है कि आरक्षण हटाया जाए। आरक्षण के चलते सवर्ण वर्ग को खासी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। यही नहीं, कायस्थों को स्वरोजगार की तरफ भी मुड़ना चाहिए। श्रीवास्तव ने कहा कि कायस्थों की उपजातियों में रोटी-बेटी का संबंध बनेगा तभी दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों से बचा जा सकता है । इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष रविनंदन सहाय ने कहा कि परिवर्तन हमेशा सुखद होता है। बदली परिस्थितियों में कायस्थ नवयुवकों को रोजगार की तरफ प्रोत्साहित करने की जरूरत है। मैं खुद इसके लिए देश भर में दौरे करूंगा और लोगों में जागरूकता पैदा करूंगा। उन्होंने कहा कि बदली परिस्थितियों में राजनीति की तरफ युवा आकर्षित हुआ है। उसे रोका नहीं जा सकता है। कोई राजनीतिक दल आज कायस्थों की उपेक्षा नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि 13० साल पुरानी कायस्थ महासभा आज देश के 19 प्रांतों में अपनी इकाईयों के जरिये सक्रिय तौर पर कार्य कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि आगामी नवंबर माह से पहले ही उप्र कायस्थ महासभा की ओर से एक विशाल सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। जिसमें अपनी राजनीतिक भागीदारी को बढ़ाने की मांग रखी जायेगी। इससे पहले अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्बारा मुख्य अतिथि एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व महापौर पटना, रविनंदन सहाय को प्रतीक चिन्ह, शॉल व पुष्प गुच्छ देकर सम्मान किया गया। यही नहीं, राष्ट्रीय महामंत्री अरुण कुमार श्रीवास्तव, लखनऊ के भाजपा विधायक सुरेश कुमार श्रीवास्तव, बरेली के भाजपा विधायक अरुण कुमार, वाराणसी के विधायक सौरभ श्रीवास्तव को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर सविता लाल के संपादकत्व में रचित शाश्वत संबंध पत्रिका का विमोचन भी किया गया। इंजी. डी.के.श्रीवास्तव और वर्षा श्रीवास्तव के संयोजकत्व में बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
इनका भी हुआ सम्मान : विनोद बिहारी वर्मा, राष्ट्रीय अध्यक्ष चित्रांश महासभा, डा. ज्योत्सना श्रीवास्तव, अध्यक्ष उत्कर्ष फाउंडेशन, ओ.पी. श्रीवास्तव, अध्यक्ष उ.प्र. कायस्थ समन्वय समिति, बी.डी.कुलश्रेष्ठ, अध्यक्ष कुलश्रेष्ठ महासभा, मधु निगम, अध्यक्ष गोवा प्रांत, अभाकाम, डा.ए.के.श्रीवास्तव, निदेशक, डिवाईन हार्ट हास्पिटल, विनोद कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष चित्रांश युवा संभाग, जे.पी. माथुर, पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री अभाकाम, प्रमोद निगम, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अभाकाम, हरीश श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष, अभाकाम ।