नई दिल्ली: भाजपा के चार सांसदों ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. नोटिस में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ ‘ गलत ’ आरोप लगाकर संसद को गुमराह किया. भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, अनुराग ठाकुर, दुष्यंत सिंह और प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा अध्यक्ष को नोटिस दिया है. संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा था कि सदन के नियमों के अनुसार किसी सदस्य के खिलाफ आरोप लगाने से पहले गांधी को नोटिस देना चाहिये था. उन्हें लोकसभा अध्यक्ष को आरोपों के समर्थन में सामग्री सौंपनी चाहिये थी.
कुमार ने कहा था कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लोकसभा में भाषण के जरिये संसद को ‘ गुमराह ’ करने और ‘ गलतबयानी ’ के लिये राहुल के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया जाएगा. गांधी ने आरोप लगाया था कि सीतारमण ने यह कहकर देश को गुमराह किया कि फ्रांस के साथ हुए राफेल सौदा मामले में भारत गोपनीयता शर्तों से बंधा हुआ है. गांधी ने कहा था कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने साफ तौर पर उन्हें बताया था कि 58000 करोड़ रुपये के राफेल सौदे का विवरण साझा करने में कोई समस्या नहीं है.
राहुल गांधी बोले- पीएम मोदी और अमित शाह दो अलग-अलग तरह के राजनीतिज्ञ
लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस की ओर से सबसे पहले राहुल गांधी ने चर्चा की. सदन में अपने भाषण की शुरुआत करते ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा हर हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये डालने का वादा याद दिलाया. राहुल गांधी ने बीजेपी की सरकार को जुमले वाली सरकार करार दिया.
राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान के युवाओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विश्वास नहीं है. राहुल गांधी द्वारा भाषण में पीएम मोदी और रक्षा मंत्री पर लगाए गए आरोपों के चलते बीजेपी सांसदों ने सदन में जमकर हंगामा किया और उनके आरोपों पर विरोध जताया. सदन में भारी हंगामे के चलते लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 1.45 बजे तक स्थगित कर दिया, जिसके बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 1.45 बजे शुरू हुई. सदन की कार्यवाही शुरू करने से पहले सुमित्रा महाजन ने कहा कि मैं चाहती हूं कि डिबेट अच्छी तरह से हो जाए. उन्होंने कहा कि जब किसी पर आरोप लगते हैं, उसे जवाब देने का अधिकार है.
इनपुट भाषा से