शशि कपूर की आज 81वीं बर्थ एनिवर्सरी है। 18 मार्च 1938 में जन्मे, ऑफबीट सिनेमा के महारथी शशि कपूर को नहीं भूलेगा बॉलीवुड। अपने दोनों भाईयों शम्मी कपूर और राजकपूर से उलट शशि कपूर की दिलचस्पी ऑफबीट और पैरलल सिनेमा में थी। शशि कपूर ने एक अलग तरह का सिनेमा रचने का प्रयास किया। एक निर्माता-निर्देशक के रूप में 1991 में आख्रिरी फिल्म ‘अजूबा’ बनाने वाले शशि कपूर 1998 में रिलीज हुई अंग्रेजी फिल्म ‘साइड स्ट्रेट्स’ में अंतिम बार अभिनय करते हुए नजर आए थे।
शशि कपूर जब फिल्म निर्माण के क्षेत्र में उतरे तो उनकी फिल्मों की जमकर चर्चा हुई। एक प्रोड्यूसर के रूप में उन्होंने अलग-अलग तरह की कई फिल्में बनायीं। वह कई फिल्मों के सहायक निर्देशक भी रहे।
शशि कपूर द्वारा बनायी गयी फिल्में ‘जुनून’, ‘कलयुग’, ’36 चौरंगी लेन’, ‘विजेता’, ‘उत्सव’ और ‘अजूबा’ समीक्षकों द्वारा सराही गयी। शशि कपूर ने यह फिल्मों उस दौर के सबसे बेहतर निर्देशकों से निर्देशित करवायीं। हिंदी फिल्मों में जब भी विविधता की बात आती है शशि कपूर की इन फिल्मों को याद किया जाता है।