लखनऊ: प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री श्री महबूब अली द्वारा प्रदेश में उ0प्र0 माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित हाई स्कूल एवं इण्टरमीडिएट की परीक्षाओं को नकल विहीन कराने के निर्देशों के क्रम में अभी तक 53 परीक्षा केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापक तथा 100 कक्ष निरीक्षकों को नकल कराने के आरोप में बदल दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि 12 परीक्षा केंद्र व्यवस्थापकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है तथा अभी तक 917 हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट के परीक्षार्थियों को अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़ा गया है, जिन्हें परीक्षा से डिबार किया गया है। सबसे अधिक 101 परीक्षार्थी इलाहाबाद में पकड़े गए हैं।
इसी प्रकार बलिया में 56, देवरिया में 58, जालौन में 56 तथा मथुरा में 46 परीक्षार्थी पकड़े गये हैं। उन्होंने बताया कि जनपद अम्बेडकर नगर मंे एक परीक्षा सहायक तथा जनपद हरदोई में दो प्रधानाध्यापकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है। जनपद बुलंदशहर में एक कक्ष निरीक्षक को निलम्बित करने के आदेश एवं एक केंद्र व्यवस्थापक की दो वेतन वृद्धि रोके जाने के आदेश दिये गये हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के 17 अधिकारियों को मण्डलों में नकल विहीन परीक्षा कराने हेतु तैनाती की गयी है।
श्रीमती शैल यादव, अपर शिक्षा निदेशक, लखनऊ मण्डल, श्री रमेश, अपर शिक्षा निदेशक, इलाहाबाद, श्रीमती अनारपति वर्मा, संयुक्त शिक्षा निदेशक, आगरा, श्री ओमकार शुक्ल, उप शिक्षा निदेशक, वाराणसी, श्री रमेश शर्मा, अपर निदेशक, मेरठ, श्रीमती कीर्ति गौतम, अपर निदेशक, मुरादाबाद, श्री विनय कुमार पाण्डेय, अपर शिक्षा निदेशक, झांसी, श्रीमती मंजु शर्मा, मण्डलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक बरेली, श्री विष्णु कांत पाण्डेय, संयुक्त शिक्षा निदेशक बस्ती, श्री ओम प्रकाश द्विवेदी, उप शिक्षा निदेशक सहारनपुर, श्री गणेश कुमार, उप शिक्षा निदेशक, मिर्जापुर, श्री संतराम सोनी, उप शिक्षा निदेशक, फैजाबाद, श्री विकास श्रीवास्तव, उप शिक्षा निदेशक, गोरखपुर, सुश्री भावना शिक्षार्थी उप शिक्षा निदेशक देवी पाटन, श्री अमरेंद्र सिंह, सहायक शिक्षा निदेशक, अलीगढ़, श्री कमलेश कुमार, उप शिक्षा निदेशक, चित्रकूट धाम तथा सुश्री मुमताज जहां, प्राचार्य, सी0टी0ई0, लखनऊ को आजमगढ़ मण्डल की जिम्मेदारी दी गयी है।