कोरोनावायरस के संक्रमण से जूझ रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को उनके आवास डाउनिंग स्ट्रीट के पास ही सेंट थॉमस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. जॉनसन की तबीयत ख़राब होने की वजह से उन्हें ऑक्सीजन तक लगानी पड़ी है. वे फ़िलहाल अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती हैं. हालांकि, इन हालातों में भी वह लगातार काम कर रहे हैं. ऐसे में ब्रिटेन के मंत्रियों ने उन्हें ‘चर्चिल’ नहीं बनने की सलाह दी है.
उन्होंने कहा कि पीएम अपना काम हैंडओवर करें और पर्याप्त नींद लें. बता दें कि ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल को दूसरे विश्व युद्ध का हीरो माना जाता है और पीएम जॉनसन उनसे ख़ासा प्रभावित हैं.
27 मार्च को बोरिस जॉनसन की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. इसके बाद उन्होंने ख़ुद को आइसोलेट कर लिया था. 10 दिन बाद रविवार रात उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. हॉस्पिटल में उन्हें ऑक्सीजन लगाई गई है. बताया गया है कि बीमार होने के बावजूद बहुत ज्यादा काम करके उन्होंने अपने स्वास्थ्य को ख़तरे में डाला है.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, इसके बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने फिलहाल उनका कार्यभार संभाल लिया है. इससे पहले, ब्रिटेन की सरकार ने सोमवार (6 अप्रैल) को कहा था कि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कोविड-19 से जुड़ी कुछ ‘नियमित जांच’ के लिए रातभर अस्पताल में रहने के बाद अब ठीक महसूस कर रहे थे. ब्रिटेन के आवास एवं सामुदायिक मामलों के मंत्री रॉबर्ट जेनरिक ने कहा कि जॉनसन कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के ख़िलाफ़ ब्रिटिश अभियान की कमान संभाले हुए थे और वह जल्द ही 10 डाउनिंग स्ट्रीट में वापसी करेंगे.
कैबिनेट मंत्री ने सोमवार की सुबह बीबीसी को बताया, “उन्हें आपात स्थिति में भर्ती नहीं कराया गया. यह पहले से तय था ताकि उनकी कुछ नियमित जांच हो सकें. मुझे बताया गया कि वह बेहतर थे और हमें उम्मीद है कि वह जल्द नंबर 10 (डाउनिंग स्ट्रीट) में वापसी करेंगे.”
सांसदों ने की काम हैंडओवर करने की मांग
ब्रिटेन के कई सासंदों ने पीएम जॉनसन से काम हैंडओवर करने की मांग की है. ब्रिटिश अख़बार द टेलीग्राफ़ के मुताबिक़ एक सांसद ने कहा कि वह खुद को अपने हीरो विंस्टन चर्चिल की तरह दिखाना चाह रहे हैं. उन्हें ऐसे में आराम करना चाहिए. एक सासंद ने कहा कि जॉनसन को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान किए गए चर्चिल के काम की तरह नकल नहीं करनी चाहिए. उन्हें दूसरे कैबिनेट मंत्री को कोरोनावायरस को लेकर देश की ज़िम्मेदारी देनी चाहिए. हालांकि, उनके डिप्टी डोमिनिक रैब रोज कोरोनावायरस क्राइसिस कमेटी की बैठक ले रहे हैं. एक सासंद ने कहा कि जॉनसन वीडियो कॉन्फ्रेंस में बहुत थके दिखते हैं.
इससे देश को कोई प्रेरणा नहीं मिलेगी. जॉनसन ने चर्चिल पर कई किताबें लिखी हैं और वह उन जैसा ही बनना चाहते हैं. जॉनसन को बस बोरिस जॉनसन बने रहने की जरूरत है. वह किसी की कॉपी न करें.
विंस्टन चर्चिल दूसरे विश्वयुद्ध, 1940-1945 के समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थे. वह सेना में अधिकारी भी रह चुके थे. वह एकमात्र प्रधानमंत्री थे, जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने ब्रिटिश सेना में अहम ज़िम्मेदारी संभाली थी. उन्हें विश्व युद्ध का हीरो बताया जाता है. Source Asiaville