नई दिल्ली: एक ही स्थान पर मानवता का विश्व का सबसे बड़ा समागम, कुंभ मेला- 2019 का मंगलवार, 15 जनवरी 2019 को तड़के प्रयागराज में आरंभ होना तय है। प्रयागराज कुंभ का पहला स्नान पर्व उसी दिन आयोजित किया जायेगा। इस अवसर पर अखाड़ों का पहला शाही स्नान होगा जो कुंभ के आरंभ का सूचक है। शांति पूर्ण स्नान के लिए मेला प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किये गये है और शाही स्नान के लिए अखाड़ों के उनके शिविरों से स्नान घाट के लिए जूलूसों के लिए भी विस्तृत व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने कल से मेला क्षेत्र में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध की घोषणा की है।
प्रसार भारती के दोनों राष्ट्रीय प्रसारकों- दूरदर्शन एवं आकाशवाणी ने प्रयागराज कुंभ 2019 की घटनाओं के प्रसारण और उन्हें सीधा प्रसारित करने के लिए बड़े स्तर पर व्यवस्था की है। आकाशवाणी ने इस उद्देश्य के लिए कुम्भवाणी के नाम से एक अलग से एक किलोवाट एफएम ट्रांसमीटर की स्थापना की है। इसका संचालन और रखरखाव आकाशवाणी इलाहाबाद द्वारा किया जाएगा। इस एफएम चैनल से प्रसारण कल सुबह 5.55 बजे शुरू किया जाएगा और इसे 10.05 बजे जारी रखा जाएगा। यह 4 मार्च, 2019 तक क्रियाशील रहेगा। इस विशेष ट्रांसमीटर से प्रसारण 35 किलोमीटर के दायरे में सुना जा सकेगा। आकाशवाणी इलाहाबाद ने कुंभ मेला क्षेत्र में एक स्टूडियो स्थापित किया है और यह कुंभ मेले के अंतिम स्नान पर्व 4 मार्च तक क्रियाशील रहेगा। आकाशवाणी ने पहली बार कुंभवाणी एफएम चैनल से प्रसारित सभी कार्यक्रमों के यू-ट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग की भी व्यवस्था की है।
मकर संक्रांति पर 15 जनवरी को अखाड़ों के तीनों शाही स्नान, 4 फरवरी मौनी अमास्या और 10 फरवरी को बसंत पंचमी का दूरदर्शन और आकाशवाणी दोनों द्वारा सीधा प्रसारण और प्रसारण, नेशनल हुकअप पर किया जाएगा। पौष पूर्णिमा, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के शेष स्नान पर्वों का लाइव कवरेज डीडीयूपी द्वारा प्रसारित किया जाएगा और यह डीडी इंडिया चैनल पर भी उपलब्ध होगा। दूरदर्शन 15 जनवरी से कुंभ मेले पर विशेष कार्यक्रमों का प्रसारण शुरू करेगा और हर दिन मेला क्षेत्र में गतिविधियों पर आधारित लगभग तीन घंटे के कार्यक्रम बनाए जाएंगे। डीडी और आकाशवाणी ने शाही स्नान की लाइव कवरेज और कमेंट्री के लिए लगभग एक दर्जन बूथ स्थापित किए है। डीडी ने पूरे मेले में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर मल्टी कैमरा स्थापित किया है। दूरदर्शन ने इस उद्देश्य के लिए कार्यक्रम, इंजीनियरिंग और समाचार विंग के लगभग 150 कर्मियों को तैनात किया है। आकाशवाणी और डीडी दोनों ने मेला क्षेत्र में अपने शिविर लगाए हैं।