नई दिल्ली: दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना यानी डीडीयूजीजेवाई के तहत पिछले सप्ताह (11 से 17 अप्रैल 2016) देश भर के
110 गांवों में बिजली पहुंचाई गई यानी उनका विद्युतीकरण किया गया। इन विद्युतीकृत गांवों में से 24-24 गांव अरुणाचल प्रदेश और असम के, 21 गांव झारखंड के, 18 गांव राजस्थान के, 6 बिहार के, 4-4 छत्तीसगढ़ और ओडिशा के, 5 मध्य प्रदेश के, 2-2 मणिपुर और उत्तर प्रदेश के हैं। विद्युतीकरण की प्रक्रिया की प्रगति का जायजा http://garv.gov.in/dashboard पर लिया जा सकता है।
विद्युतीकरण प्रक्रिया पर एक नजर
स्वंतत्रता दिवस को राष्ट्र के नाम अपने संदेश में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन में भारत सरकार के इस फैसले के बारे में बताया गया था कि अगले 1000 दिनों में यानी 1 मई 2018 तक 18,452 गांवों में बिजली पहुंचाई जाएगी। इस परियोजना को अभियान के स्तर पर लिया गया है और विद्युतीकरण के लिए 12 महीनों का कार्यक्रम तैयार किया गया है और गांवों के विद्युतीकरण की प्रक्रिया को 12 चरणों में बांटा गया है जिसे समयबद्ध और देखरेख में पूरा किया जाएगा।
अभी तक 7,343 गांवों में बिजली पहुंचा दी गई है। बाकी के 10,665 गांवों में 444 गांव निर्जन हैं। 7,189 गांवों में ग्रिड के माध्यम से, भौगोलिक बाधाओं के कारण 3,057 गांवों में ऑफ-ग्रिड के माध्यम से और 419 गांवों में राज्य सरकारों द्वारा बिजली पहुंचाई जा रही है। अप्रैल 2015 से 14 अगस्त 2015 के दौरान कुल 1654 गांवों का विद्युतीकरण किया गया और भारत सरकार द्वारा अभियान की तरह इस परियोजना को लिए पहल करने के बाद 15 अगस्त 2015 से 17 अप्रैल 2016 तक 5,689 अतिरिक्त गांवों में बिजली पहुंचाई गई।