वर्ष 2017 में उत्तर कश्मीर में आतंकवादियों के हाथों शहीद हुए बीएसएफ जवान मोहम्मद रमजान पर्रे को मरणोपरांत शौर्य के लिये पुलिस पदक (पीएमजी) से सम्मानित किया गया। छुट्टी पर उत्तर कश्मीर स्थित अपने घर आये पर्रे को आतंकवादियों ने मार दिया था। पर्रे 2011 में बीएसएफ में शामिल हुए थे।
उनके प्रशस्ति पत्र में लिखा है – पर्रे ने बेहद बहादुरी से आतंकवादियों की मुहिम को नाकाम किया, जो उनका अपहरण करना चाहते थे। लेकिन बाद में आतंकवादियों ने बांदीपोरा जिले के हाजिन गांव में जबरन उनके घर में घुसकर उन्हें गोली मार दी। बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।
नियंत्रण रेखा (एलओसी) एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार से पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करने तथा जम्मू कश्मीर में संघर्ष विराम उल्लंघनों एवं बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब देने के लिये सीमा सुरक्षा बल को कुल आठ शौर्य पदक मिले हैं। नवंबर 2016 में एलओसी की प्रभावी सुरक्षा के लिये कांस्टेबल तापस पॉल और सुधीर हेमब्रोम को भी सम्मानित किया गया है। सोर्स UPUK Live