नई दिल्ली: केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने आज आगरा के ऐतिहासिक ताजमहल वाई फाई जोन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री रामशंकर कठेरिया विशेष अतिथि थे। समारोह में बीएसएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री अनुपम श्रीवास्तव, बीएसएनएल के निदेशक श्री एम. के. गुप्ता, सीजीएम उत्तर प्रदेश (पश्चिम) श्री प्रदीप कुमार और बीएसएनएल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बीएसएनएल ने जीपॉन टेक्नालॉजी का इस्तेमाल कर ऑप्टिकल फाईबर बैकबोन के साथ यह सुविधा दी है। यह टेक्नालॉजी बीएसएनएल की अत्याधुनिक एमपीएलएस नेटवर्क के जरिये 100 एमबीपीएस तक ब्रॉडबैंड बैंडविट दे सकती है। बीएसएनएल प्रति 24 घंटे (महीने में तीन बार) 30 मिनट के लिए नि:शुल्क वाई फाई सेवा देगी जिससे उपभोक्ता अनेक सत्रों में उपयोग कर सकते हैं। 30 मिनट की नि:शुल्क सेवा की अवधि खत्म हो जाने पर उपभोक्ता भुगतान आधार पर सेवा जारी रख सकते है। 30 मिनट, 60 मिनट, 120 मिनट और एक दिन के लिये क्रमश: 20 रुपये, 30 रुपये, 50 रुपये तथा 70 रुपये का प्लान है।
बीएसएनएल की योजना मार्च 2016 तक खजुराहो, जगन्नाथपुरी आदि पर्यटक एवं धार्मिक स्थलों को वाई फाई सुविधा देने की है।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रवि शंकर प्रसाद ने बताया कि बीएसएनएल 2015-16 में उत्तर प्रदेश (पश्चिम) सर्किल में 1200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी। इसमें से 200 करोड़ रुपये मोबाइल नेटवर्क को उन्नत बनाने तथा विस्तार करने पर खर्च किये जायेंगे।
बीएसएनएल मोबाइल सेवाओं का कवरेज बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश (पश्चिम) सर्किल के सभी सेकेन्ड्ररी स्वीचिंग एरिया में 795 नये 2जी बीटीएस साइट चालू किया गया है। बीएसएनएल 596 नये 3जी बीटीएस लगाकर सभी सेकेन्ड्ररी स्वीचिंग एरिया में 3जी नेटवर्क का विस्तार कर रही है। इस विस्तार से बीएसएनएल के वर्तमान उपभोक्ताओं के लिए बेहतर 3जी सुविधा और 152 नये शहरों में सुविधा देने में मदद मिलेगी।
चरण-1 में राष्ट्रीय ऑप्टिकल फाईबर नेटवर्क (एनओएफएन) पर 982 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इससे उत्तर प्रदेश (पश्चिम) सर्किल के 30,000 से अधिक गांव कवर करने वाले 227 ब्लॉकों में फैले 14,474 गांव कवर होंगे।
श्री प्रसाद ने बताया कि बीएसएनएल 30 वर्ष पुरानी स्वीचिंग टेक्नॉलाजी को बदलकर नेक्स्ट जनरेशन नेटवर्क (एनजीएन) टेक्नॉलाजी ला रही है। शुरूआती चरण में उत्तर प्रदेश (पश्चिम) सर्किल यानी मेरठ, गाजियाबाद तथा नोएडा क्षेत्रों के लिए 50,000 से अधिक टेलीफोन लाइन आंबटित किये गये है।