लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने आज लखनऊ में एक प्रेस वार्ता के दौरान बहुजन समाजवादी पार्टी सुश्री मायावती द्वारा राज्य सरकार पर लगाए गए आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि बसपा प्रमुख द्वारा समाजवादी सरकार पर लगाए गए अधिकतर आरोप झूठे, मनगढ़न्त, बेबुनियाद और हताशा से भरे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि बसपा प्रमुख को ऐसे ऊल-जलूल आरोप लगाने से पहले अपने शासनकाल के दौरान हुए घपलों, घोटालों, भ्रष्टाचार तथा जंगलराज को याद कर लेना चाहिए था।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि जनहित के नाम पर जिस तरह जनता की गाढ़ी कमाई का दुरूपयोग पत्थरों, स्मारकों व मूर्ति पर किया गया, उसे आज भी प्रदेश के लोग भूले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सन 2012 से लगातार चुनाव में पराजय का सामना कर रही बहुजन समाज पार्टी और उसकी नेता घोर हताशा से ग्रसित होकर मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए ऐसी बेतुकी बयानबाजी कर रही हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की समाजवादी सरकार किसानों के और लोगों के हित में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनता की सभी समस्याओं की सुनवाई करके उनका समाधान सुनिश्चित कर रही है। स्वयं मुख्यमंत्री किसानों से और जनता से समय-समय पर मिलते रहते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। प्रशासन को लोगों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने कहा कि बसपा प्रमुख को यह याद होना चाहिए कि उनके पांच वर्ष के शासनकाल में उन्होंने न तो कभी जनता से संवाद ही स्थापित किया और न ही उनकी समस्याओं का समाधान किया।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार और जंगलराज की जो मिसाल बसपा शासनकाल में स्थापित की गई, वह अभूतपूर्व है। बसपा प्रमुख के जन्मदिन के आयोजन हेतु किस तरह से एक इंजीनियर को उगाही न देने पर पीट कर बसपा विधायक द्वारा मारा गया था। यह जनता को अभी तक याद है। एनआरएचएम घोटाला तो विश्व प्रसिद्ध है, जिसके माध्यम से जनता को उपलब्ध कराई जाने वाली तमाम स्वास्थ्य सुविधाओं को रोक कर इसके लिए आवंटित धन का दुरूपयोग बसपा शासनकाल में किया गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की वर्तमान समाजवादी सरकार ने लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं मुत में उपलब्ध कराई हैं। सभी जानते हैं कि ‘108’ समाजवादी स्वास्थ्य सेवा तथा ‘102’ नेशनल एम्बुलेंस सर्विस की प्रशंसा चारों ओर हो रही है। राज्य सरकार द्वारा गरीब वर्गों की मदद के लिए समाजवादी पेंशन योजना लागू की गई है, जिसका लाभ बड़ी संख्या में गरीब परिवारों को मिल रहा है। जबकि बसपा सरकार अपने कार्यकाल में एनआरएचएम घोटाले में लिप्त थी।
बसपा प्रमुख द्वारा प्रदेश की कानून-व्यवस्था को खराब बताए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सपा प्रवक्ता ने कहा कि बसपा प्रमुख को अपने कार्यकाल में अपने विधायक द्वारा अंजाम दिए गए शीलू काण्ड तथा सोनम काण्ड को याद करना चाहिए। यही नहीं एक महिला मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान महिलाओं की कितनी दुर्दशा हुई, यह सभी जानते हैं। जबकि वर्तमान समाजवादी सरकार महिलाओं के सम्मान के लिए और उनकी सुरक्षा के लिए लगातार कार्य कर रही है, जिसका प्रमाण सरकार द्वारा लागू की गई ‘1090’ वुमेन पावर लाइन तथा रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार और रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष से मिलता है। प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में चारों ओर अमन-चैन का माहौल है और विकास कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं।
वर्तमान समाजवादी सरकार प्रदेश के चतुर्दिक विकास के लिए लगातार कार्य कर रही है। जबकि पिछली समाजवादी सरकार ने सारा समय और जनता की गाढ़ी कमाई का धन सिर्फ पत्थरबाजी में बर्बाद किया। लखनऊ में मेट्रो रेल चलाने के लिए तेजी से कार्य चल रहा है। इसी प्रकार अन्य शहरों में भी मेट्रो चलाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश की अवस्थापना सुविधाओं, सड़कों एवं बिजली व्यवस्था को लगातार सुधारने का कार्य किया जा रहा है। जबकि बसपा कार्यकाल में इन सब चीजों की अनदेखी की गई और सिर्फ भ्रष्टाचार पर ही ध्यान केन्द्रित हुए बिना रोक टोक जनता की गाढ़ी कमाई की लूट होती रही।
बसपा प्रमुख द्वारा सपा में परिवारवाद के आरोप के सम्बन्ध में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी में परिवारवाद को कभी भी बढ़ावा नहीं दिया जाता है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष नेताजी श्री मुलायम सिंह यादव संघर्ष करके ही आगे बढ़े और पार्टी के अन्य नेता भी संघर्ष करके ही आगे बढ़ रहे हैं।
सपा प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में वर्ष 2012 के बाद से लगातार चुनावों में असफलता मिलने और अपना जनाधार खिसकने के कारण बसपा प्रमुख गफलत में हैं और वे हताशा में अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। उन्हें राज्य सरकार द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्य या तो दिख नहीं रहे हैं या वे देखना नहीं चाह रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि बसपा प्रमुख राज्य सरकार पर अनाप-शनाप आरोप लगाने के बजाए आत्म मंथन करें कि उनसे गलती कहां हुई ताकि वे सुधार कर सकें।