फरीदाबाद: राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड इलाके में एक घर में एक ही परिवार के चार लोगों की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। यह मंजर बिल्कुल ‘बुराड़ी कांड’ जैसा था। शुरुआती जांच में पता चला है कि परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दयालबाग कॉलोनी में शनिवार को एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिले हैं। मृतकों में तीन सगी बहनें व एक भाई शामिल है। माना जा रहा है कि सभी ने सामूहिक रूप से फांसी लगा कर आत्महत्या की है। मृतकों के नाम प्रदीप, मीना, बीना व दया हैं। सभी मृतकों की उम्र 24 से 30 साल के बीच है। इनके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी माना जा रहा है। ये सभी बहन-भाई मई-2018 से दयालबाग में किराये का मकान लेकर रह रहे थे। मकान से बदबू आने लगी तो पुलिस ने खोलकर देखा तो चारों के शव लटके मिले।
गौरतलब है कि ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली सामूहिक आत्महत्या की घटना इसी साल एक जुलाई को दिल्ली के बुराड़ी स्थित एक घर में हुई थी, जहां एक ही परिवार के11 लोग फांसी के फंदे से लटके हुए पाए गए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी की मौत का कारण फांसी पर लटकना पाया गया था। हालांकि, पुलिस ने इस कांड की जांच सभी पहलुओं से की थी। इस मामले को लेकर पुलिस ने साइक्लॉजिकल अटोप्सी भी कराई गई थी जिसमें पाया गया था कि इन लोगों का अपनी जान लेने का इरादा नहीं था।सूत्रों के मुताबकि पुलिस जांच में ये बात सामने आई थी कि परिवार का सदस्य ललि चूंडावक अपने स्वर्गवासी पिता से आदेश मिलने का दावा किया करता था। source: oneindia