लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पांच जिलों में ओडीओपी से जुड़े कारोबारियों को जल्द ही सामान्य सुविधा केन्द्र (सीएफसी) की सौगात मिलने वाली है। पांचों जिलों में सीएफसी बन कर तैयार है। आवश्यक उपकरण एवं मशीने स्थापित कराई जा चुकी है। इसमें किसानों, हस्तशिल्पियों एवं कारोबारियों को एक छत के नीचे व्यवसाय से संबंधित कई प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध प्राप्त होंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कर कमलों से शीघ्र ही सीएफसी का लोकापर्ण होगा।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि जनपद आजमगढ,़ सीतापुर, सिद्धार्थनगर, अम्बेडकर नगर तथा आगरा में 18.93 करोड़ रुपये की लागत से सीएफसी की स्थापना कराया गयी है। 18 जनपदों में सीएफसी स्थापना का कार्य प्रगति पर है। शेष में कार्यवाही चल रही है। एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अंतर्गत प्रत्येक जनपद में सीएफसी स्थापना की योजना है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि जनपद सिद्धार्थ नगर में ओडीओपी प्रोडक्ट कालानमक चावल हेतु 696 लाख रुपये की लागत से सीएफसी स्थापित कराई गई है। इसमें किसानों को राइस प्रोसेसिंग मिल, वेयरहाउस एवं वैक्यूम पैकेजिंग की सुविधा मिलेगी। कृषक अपने उत्पाद को अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप तैयार कर सकेंगे। अम्बेडकर नगर में ओडीओपी प्रोडेक्ट टेक्सटाइल्स के 460 लाख रुपये से सीएफसी स्थापित कराई गई है, जिसमें रॉ-मटेरियल बैंक के साथ कामन प्रोसेसिंग सेंटर, आटोमेटिक शटल लूम, वारपिंग आदि की सुविधा उपलब्ध है।
डा0 सहगल ने बताया कि इसी प्रकार सीतापुर में ओडीओपी उत्पाद कालीन के लिए 225 लाख रुपये से सीएफसी स्थापित कराई गई है। इस सीएफसी में कालीन के लिए डिजाइन एवं सैम्पलिंग की सुविधा है। व्यापार के लिए एक्जीविशन एवं बिक्री केन्द्र है। हैण्डलूम्स हस्तशिल्पियों के लिए कामन प्रोसेसिंग सेंटर है। साथ ही रॉ-मटेरियल बैंक की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है। आगरा में ओडीओपी प्रोडक्ट लेदर हेतु 230 लाख रुपये की लागत से तैयार कराई गई सीएफसी में लेदर गुड्स ट्रेनिंग सेंटर उपलब्ध है। आजमगढ़ में ओडीओपी प्रोडक्ट ब्लैक पॉटरी हेतु 182 लाख रुपये की लागत से कॉमन प्रोडेक्शन सेंटर, ब्लंगर, पगमिल तथा लाइन भट्टी सहित तमाम सुविधाओं से युक्त सीएफसी स्थापित कराई गई है।