भारत के युवा स्टार लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) और किदांबी श्रीकांत अपने-अपने क्वार्टरफाइनल मैच जीतकर बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप (BWF World Championship) के सेमीफाइनल में पहुंच गए.
इसके साथ ही देश का एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल पक्का हो गया, क्योंकि सेमीफाइनल में ये दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे से भिड़ेंगे. यह पहला मौका है, जब एक चैंपियनशिप में भारत के दो पुरुष खिलाड़ी मेडल हासिल करने में सफल हुए हैं. हालांकि दो बार की ओलिंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने निराश किया जो कि क्वार्टरफाइनल में हार कर अपने खिताब का बचाव करने से चूक गईं. उनके अलावा मेंस सिगल्स में ही एचएस प्रणॉय को भी अपने क्वार्टर फाइनल मैच में सिंगापुर के खिलाड़ी से हार झेलनी पड़ी.
20 साल के लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश के लिए मेडल लाने वाले सबसे युवा पुरुष शटलर बन गए. उन्होंने क्वार्टरफाइनल में एक घंटे 07 मिनट तक चले कड़े मुकाबले में 21-15,15-21,22-20 से चीन के जाओ जुन पेंग को मात दी. निर्णायक गेम में एक वक्त लक्ष्य 19-20 से पीछे चल रहे थे और हार से एक पॉइंट ही दूर थे. फिर उन्होंने मैच पॉइंट बचाते हुए लगातार 3 पॉइंट हासिल किए और रोमांचक जीत दर्ज की. वहीं श्रीकांत ने वर्ल्ड रैंकिंग में 28वें स्थान पर काबिज मार्क को 21-8, 21-7 से आसान मात दी. अब फाइनल के लिए यह दोनों खिलाड़ी आपस में भिड़ेंगे जिससे देश का सिल्वर मेडल पक्का हो जाएगा. पुरुषों में ये भारत का पहला सिल्वर मेडल होगा.
सिंधु को भारी पड़ी गलतियां
चीनी ताईपे की ताई जू यिंग (Tai Tzu) ने सिंधु को इस अहम मैच में सीधे सेटों में मात देकर उनके खिताब को बचाने के सपने को तोड़ दिया. ताई ने 42 मिनट चले इस मुकाबले में एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की और मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन को 21-17, 21-13 से मात दी. भारतीय खिलाड़ी को ताइ जू की फुर्ती, कोर्ट कवरेज और ड्राप शॉट की बराबरी करने में मुश्किल हो रही थी जो पहले भी कई बार रहा है, हालांकि सिंधु ने कुछ बेहतरीन क्रास-कोर्ट स्मैश लगाये. सिंधु ने मैच के दौरान कई असहज गलतियां कीं. वह दूसरे गेम में बराबरी तक पहुंची थी लेकिन बाद में हार गयीं. ताइ जू ने इस तरह 2019 विश्व चैम्पियनशिप में इसी चरण में सिंधु से मिली हार का बदला भी चुकता किया.
पहले गेम में दोनों शुरू में 2-2 की बराबरी पर थी लेकिन ताइ जु ने तेजी से 11-6 की बढ़त हासिल कर ली. सिंधू ने ब्रेक के बाद कुछ शानदार क्रास कोर्ट स्मैश से इस अंतर को 16-18 से 17-19 कर दिया. लेकिन यह भारतीय खिलाड़ी लय बरकरार नहीं रख सकी और दो बार वाइड शॉट लगाने से पहला गेम 17 मिनट में गंवा बैठीं. दूसरा गेम करीबी रहा लेकिन फिर ताइ जु ने सिंधु की एक गलती से ब्रेक तक 11-8 की बढ़त हासिल कर ली थी. सिंधू ने असहज गलती करना जारी रखा और दूसरे गेम के साथ मैच भी हार गईं.
श्रीकांत ने पक्का किया मेडल, प्रणॉय की हार
हालांकि किदांबी श्रीकांत ने पुरुष सिंगल्स के क्वार्टर फाइनल में मार्क कालजो को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. इस जीत के लिए उन्हें बहुत ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी. श्रीकांत ने वर्ल्ड रैंकिंग में 28वें स्थान पर काबिज मार्क को 21-8, 21-7 से आसान मात दी इसके साथ ही उन्होंने देश के लिए एक मेडल पक्का कर लिया है. . बी साई प्रणीत और प्रकाश पादुकोण के बाद वह देश के लिए पुरुष सिंगल्स में मेडल जीतने वाले तीसरे भारतीय बन गए हैं.
दुनिया के 14वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत पहले गेम में 11-5 से बढ़त बनाये थे और ब्रेक के बाद उन्होंने 14-8 की बढ़त बनाकर लगातार सात अंक हासिल कर गेम जीत लिया. दूसरा गेम भी कुछ अलग नहीं था जिसमें श्रीकांत ने अपने प्रतिद्वंद्वी को पूरी तरह से पस्त कर दिया. उन्होंने 4-3 के स्कोर के बाद लगातार सात अंक हासिल किये. फिर 17-7 के बाद उन्होंने लगातार चार अंक जीतकर मैच अपने नाम कर लिया.
भारत के तीसरे मेडल की उम्मीदें प्रणॉय पर टिकी थीं, जिनके सामने सिंगापुर के कीन येव लोह थे. प्रणॉय सिंगापुर के खिलाड़ी को ज्यादा चुनौती नहीं दे सके और 43 मिनट में 14-21 12-21 से हार का सामना करना पड़ा. लोह मेंस सिंगल्स के दूसरे सेमीफाइनल में तीसरे वरीय डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन से भिड़ेंगे.