लखनऊ: केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि केन्द्र सरकार का लक्ष्य यूपी के हर गांव तक साल 2019 तक बिजली पहुंचा देने का है। राज्य सरकार को केन्द्र बिजली से जुड़े हर मामले में मदद कर रहा है और भविष्य मे भी किसी भी समस्या के समाधान के लिए केन्द्र सरकार हरसंभव मदद करेगी और प्रदेश को जितनी बिजली चाहिए होगी उतनी बिजली दी जायेगी। ये बातें केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने लखनऊ में जिला विद्युत अभियंताओं का पायलट प्रोजेक्ट लांच करते समय कहीं। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री ने ‘विद्युत प्रवाह’ मोबाइल ऐप की भी जानकारी दी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि देश के हर गांव तक वर्ष 2022 तक बिजली पहुंच जाये और उनका मंत्रालय इस सपने को पूरा करने के लिए जी जान से जुटा है। विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्ष 2012-13 और 2013-14 में सिर्फ 3 नये गांवों में बिजली पहुंचाई गई थी जबकि वर्तमान केन्द्र सरकार के आने के बाद आज की तारीख में महज दो सालों के भीतर 1313 गांवों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है। इसके अलावा देश भर में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना के तहत सबसे ज्यादा 6946 करोड़ रुपये उत्तर प्रदेश को दिये गये हैं। इतना ही नहीं इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम के तरह भी 5651 करोड़ रुपये के नये प्रोजेक्ट सिर्फ उत्तर प्रदेश को दिये गये हैं।
ऊर्जा मंत्री ने राज्य सरकार से सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि उदय (UDAY) योजना के तहत अकेले प्रदेश को 33 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं का लाभ होने वाला है। साथ ही राज्य सरकार को कोयले की भी कोई कमी नहीं होने दी जायेगी।
मंत्री महोदय ने इस मौके पर मौजूद सांसदों कीर्तिवर्धन सिंह, ब्रजभूषण शरण सिंह, लल्लू सिंह, राजेश वर्मा और ददन मिश्रा से कहा कि उनके साथ ही बाकी इलाकों के भी सांसद भी अपने संसदीय क्षेत्र में बनने वाली जिला विद्युत कमेटी की हर महीने बैठक करें और विद्युतीकरण के काम की समीक्षा करें। ऊर्जा मंत्रालय इस कमेटी के जरिए जिला विद्युत अभियंता (DVA) को जोड़ रहा है जो सीधे केन्द्र औऱ जनता के बीच सेतु का काम करेगा। इस मौके पर उन्होंने चार विद्युत अभियंताओं को कैप पहनाकर इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत भी की। ये अभियंता विद्युतीकरण के काम की गुणवत्ता पर भी नजर रखेंगे।
ऊर्जा मंत्री ने ‘गर्व’ और ‘विद्युत प्रवाह’ जैसे मोबाइल ऐप की जानकारी देते हुए कहा कि ‘गर्व’ के जरिए आम जनता भी विद्युतीकरण के काम पर नजर रख सकती है। इस ऐप में सभी जानकारी और तस्वीरें मिलेंगी। वर्तमान में की जा रही विद्युतिकरण प्रक्रिया की प्रगति को देखने के लिए मोबाइल एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है या http://garv.gov.in/dashboard पर लॉग इन करके प्रगति देखी जा सकती है ।
वहीं ‘विद्युत प्रवाह’ मोबाइल ऐप को आज ही लॉन्च करते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि इस ऐप के जरिए पता चलेगा कि देश में इस समय किस कीमत पर बिजली मौजूद है। अगर राज्य में बिजली संकट पैदा होता है तो राज्य सरकार भी बिजली खरीद सकती है। यह जानकारी हर 15 मिनट के अंतराल पर अपडेट की जायेगी।
- DVA (जिला विद्युत अभियंता) के पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत
- ‘विद्युत प्रवाह’ मोबाइल एप की शुरुआत
- एप से हर 15 मिनट पर पता चलेगा किस कीमत पर बिजली है मौजूद
- ‘गर्व’ मोबाइल एप के जरिए जनता रख सकती है विद्युतीकरण के काम पर नजर
- महज दो सालों के भीतर यूपी के 1313 गांवों तक पहुंचाई बिजली
- जितनी मांगेंगे उतनी बिजली देंगे उत्तर प्रदेश कोः केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री