लखनऊ: लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद ने आज यहाँ लोक निर्माण विभाग मुख्यालय स्थित तथागत सभागार में बैठक कर उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय मार्गाे के निर्माणाधीन/ स्वीकृत कार्यों की समीक्षा की। बैठक में निर्माणाधीन परियोजनान्तर्गत उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग के 27 तथा भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के 32 एवं सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के 07 कार्यों की समीक्षा की गयी।
लोक निर्माण मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिया कि प्रदेश में राष्ट्रीय मार्गों पर स्वीकृत कार्य जो अभी आरम्भ नहीं हो पाये हैं उन सभी कार्यों की बाधाओं को मार्च 2023 तक दूर करते हुए प्रारम्भ कराएँ।लम्बित परियोजनाओं को तेज़ी से पूर्ण कराएँ कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, लापरवाही बरतने वालों के ख़िलाफ़ तत्काल कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन से समन्वय स्थापित कर भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया, वन विभाग एवं रेलवे द्वारा प्रभावित परियोजनाओं की समीक्षा कर कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ कराने हेतु मुख्य अभियन्ता (रा०मा०) लो०नि०वि०, लखनऊ तथा भारतीय राष्ट्रीय मार्ग प्राधिकरण ( एन०एच०ए०आई०) व सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) के क्षेत्रीय अधिकारियों को बैठक के दौरान निर्देश दिये गये।
श्री ज़ितिन प्रसाद ने बैठक में राष्ट्रीय मार्गों पर गडढामुक्ति के कार्याे की समीक्षा की तथा सभी अधिकारियों को मार्गों का सतत निरीक्षण एवं अनुश्रवण करते हुए भविष्य में भी गडढामुक्त बनाये रखने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने भारत सरकार की स्वीकृत वार्षिक कार्य योजना वर्ष 2022-23 के अन्तर्गत अवशेष डी०पी०आर० शीघ्र मंत्रालय को प्रेषित कर स्वीकृत कराये जाने के भी निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय मार्ग के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि अयोध्या एवं प्रयागराज के रिंग रोड संरेखण नियत हो चुके हैं, इन रिंग रोड निर्माण कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराने हेतु कार्यवाही की जा रही है एवं शेष बड़े जनपदों यथा लखनऊ में रिंग रोड का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
समीक्षा बैठक विशेष सचिव लोक निर्माण श्री पवन कुमार, मुख्य अभियंता (राष्ट्रीय मार्ग) श्री अशोक कन्नौजिया, अधीक्षण अभियंता (राष्ट्रीय मार्ग) प्रयागराज श्री धर्मवीर सिंह, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रिय अधिकारी श्री एम के जैन सहित मोर्थ के अधिकारीगण, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा राष्ट्रीय मार्ग (लोक निर्माण विभाग) के सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।