विदर्भ ने ईरानी ट्रॉफी के फाइनल में शेष भारत के खिलाफ पहली पारी में बढ़त के आधार पर खिताब पर कब्जा कर लिया। टीम ने जीत से मिली राशि पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के परिजनों को देने की घोषणा कर दी। रणजी ट्रॉफी जीतने के बाद ईरानी ट्रॉफी का खिताब बचाकर टीम ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
नागपुर में खेले गए इस मैच में शेष भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए हनुमा विहारी (114) और मयंक अग्रवाल (95) की बेहतरीन पारियों की मदद से 330 रन बनाए थे जवाब में विदर्भ ने अक्षय कर्णवीर (102 रन) के जबरदस्त शतक और अक्षय वाडकर और संजय रघुनाथ के अर्धशतकों की मदद से 425 रन बनाए। इस तरह पहली पारी के आधार पर विदर्भ को 95 रनों की बढ़त मिली।
दूसरी पारी में भी हनुमा विहारी के जबरदस्त 180 रनों की मदद से शेष भारत ने 374/3 पर अपनी पारी घोषित कर दी। विदर्भ को जीत के लिए 280 रनों का लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे और आखिरी दिन का खेल खत्म होने तक 5 विकेट पर 269 रन बना लिए थे। इस तरह मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर विदर्भ को विजेता घोषित किया गया।
जीत के बाद क्या बोले विदर्भ के कप्तान : प्रेजेंटेशन सेरेमनी में विदर्भ के कप्तान फैज फजल ने टीम की सराहना करते हुए टूर्नामेंट जीतने पर मिली रकम को पुलवामा हमले में शहीद जवानों के परिजनों को देने की घोषणा कर दी। उल्लेखनीय है कि ईरानी ट्रॉफी जीतने वाली टीम को बीसीसीआई 10 लाख रुपए का ईनाम देती है।
फजल ने कहा कि यह सत्र हमारे लिए बहुत अच्छा रहा। टीम ने पूरे सत्र में बेहतरीन खेल दिखाया। टीम ने यहां उमेश यादव और वसीम जाफर की अनुपस्थिति में भी यहां शानदार प्रदर्शन किया। मैं टीम के प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। इस सत्र में मैने कुछ शतक भी लगाए हैं। हमारा स्पोर्ट स्टाफ भी बेहतरीन है।