नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन लिमिटेड (ईसीजीसी) को मजबूती देने के लिए 2,000 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश को मंजूरी दी है। यह पूंजी निवेश 3 वित्त वर्षों के दौरान किया जाएगा। वित्त वर्ष 2017-18 में 50 करोड़ रूपये, वित्त वर्ष 2018-19 में 1,450 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2019-20 में 500 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश किया जाएगा।
इस पूंजी निवेश से एमएसएमई निर्यात के लिए बीमा कवरेज में सुधार होगा और अफ्रीका, सीआईएस और लेटिन अमेरिकी देश जैसे उभरते एवं चुनौतीपूर्ण बाजारों में भारत के निर्यात को मजबूती मिलेगी। इस निवेश से पूंजी अनुपात के मुकाबले ईसीजीसी की बट्टेखाते में डालने की क्षमता व जोखिम में उल्लेखनीय सुधार होगा। बट्टेखाते में डालने की दमदार क्षमता होने से ईसीजीसी नए एवं उभरते बाजारों में भारतीय निर्यातकों को मदद देने के लिए बेहतर स्थिति में होगी। अधिक पूंजी निवेश से ईसीजीसी को अपने उत्पाद पोर्ट फोलियो में विविधता लाने और निर्यातकों को सस्ते बीमा मुहैया कराने में मदद मिलेगी, ताकि वे चुनौतीपूर्ण बाजारों में भी अपने पांव जमाने में समर्थ होंगे। ईसीजीसी के बीमा कवर से भारतीय निर्यातकों को अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धात्मक स्थिति सुधारने में भी मदद मिलेगी। ईसीजीसी बीमा कवर से लाभान्वित होने वाले 85 फीसदी से अधिक ग्राहक एमएसएमई हैं। ईसीजीसी विश्व के करीब दो सौ देशों के लिए निर्यात बीमा मुहैया कराती है।
ईसीजीसी भारत से निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यात ऋण बीमा सेवा मुहैया कराने वाली भारत सरकार की प्रमुख निर्यात ऋण एजेंसी है। ईसीजीसी निर्यातकों को ऋण बीमा योजनाओं की पेशकश करती है, ताकि उन्हें राजनैतिक एवं/अथवा वाणिज्यिक जोखिम के कारण विदेशी खरीदारों द्वारा निर्यात बकाये का भुगतान न होने के कारण हुए घाटे से सुरक्षा प्रदान की जा सके।