नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता वालीआर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने इलाहाबाद के फाफामाऊ में राष्ट्रीय राजमार्ग-96 पर गंगा नदी पर 9.9 किलोमीटर लंबे 6 लेन के नए पुल के निर्माण की परियोजना को स्वीकृति दे दी है, जिस पर 1948.25 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
इस परियोजना के लिए निर्माण अवधि तीन साल है और इसके दिसंबर, 2021 तक पूरा होने का अनुमान है। नए पुल से इलाहाबाद में एनएच-96 पर मौजूद 2 लेन के फाफामऊ पुल भीड़भाड़ की समस्या दूर होगी।
नए पुल से कुंभ, अर्ध कुंभ, प्रयाग में होने वाले वार्षिक स्नान के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए तीर्थ नगरी इलाहाबाद में पहुंचना आसान हो जाएगा। इससे तीर्थाटन पर्यटन और पवित्र नगरी प्रयाग की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
यह 6 लेन का नया पुल मध्य प्रदेश से राष्ट्रीय राजमार्ग-27 के माध्यम से और नलिनी ब्रिज होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग-76 से लखनऊ/फैजाबाद आने वाले यातायात के लिए फायदेमंद होगा। इसके अलावा नए पुल की इस परियोजना के निर्माण के दौरान 9.20 लाख कार्यदिवसों के बराबर रोजगार पैदा होंगे।
वर्तमान में इलाहाबाद आने वाले वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग-96, राष्ट्रीय राजमार्ग-24 बी, एशियाई राजमार्ग-1 से और अन्य स्थानीय राजमार्गों से फाफामऊ स्थित गंगा नदी पर 2 लेन के पुल को पार करके आते हैं। सामान से भरे व्यावसायिक वाहनों को सुबह 6 बजे से रात 11 बजे तक इस पुल पर प्रवेश नहीं दिया जाता है। वर्तमान में पुराने पुल से लगभग 40,000 पीसीयू (यात्री कार) गुजरते हैं, जो उसकी कुल 15,000 पीसीयू क्षमता से कई गुना ज्यादा है। इसके परिणामस्वरूप पुल पर पूरे दिन और रात भर जाम की स्थिति बनी रहती है। इन नए 6 लेन के पुल से पुराने पुल पर यातायात सुगम होगा और तेज व सुरक्षित यातायात सुनिश्चित होगा।
ध्यान देने की बात है कि मई, 2014 से पहले इलाहाबाद से फरक्का के बीच गंगा नदी पर सिर्फ 13 पुल थे। 2014 के बाद 20 नए पुल बनाने की योजना बनाई गई थी, जिनमें से 5 यातायात के लिए खोल दिए गए और 7 कई टुकड़ों में निर्माणाधीन हैं। इस प्रकार कुल पुलों की संख्या 33 हो जाएगी। बाकी 8 प्रस्तावित पुलों के लिए जल्द ही फरक्का, साहेबगंज और मोकरनाथ काम शुरू होने की उम्मीद है। इस प्रकार यह फाफामऊ पुल इलाहाबाद और फरक्का के बीच गंगा नदी पर बनने वाला 29वां पुल होगा।