रुद्रप्रयाग: 31 सूत्रीय मांगों पर कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल से उचित कार्रवाई का आश्वासन मिलने और जनता की राय के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता भरत सिंह चैधरी ने आंदोलन दो माह के लिए स्थगित कर दिया है। इस दौरान श्री अग्रवाल और डिप्टी स्पीकर डाॅ अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने श्री चैधरी और छात्र नेता भूपेन्द्र भंडारी को जूस पिलाकर उनका आमरण-अनशन समाप्त कराया।
मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि रुद्रप्रयाग की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर है। कोई भी व्यक्ति अपने क्षेत्र की समस्याओं के लिए लड़ाई लड़ता है तो सरकार का काम उसके में सोचना है। भरत सिंह चैधरी किस पार्टी से हैं, उसका संज्ञान लेने के बजाय सीएम ने समस्याओं पर चिंता जाहिर की और मुझे अपने प्रतिनिधि के तौर पर यहां भेजा है। श्री चैधरी से मुख्यमंत्री से वार्ता का आग्रह किया गया है। जिसे उन्होंने मान लिया है। उनकी जो भी समस्याएं या मांगे हैं, उन पर जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग से पूरी जानकारी ली गई है। सरकार सभी मांगों के निस्तारण के लिए गंभीर है। श्री अग्रवाल ने कहा कि आपदा के बाद इस वर्ष चारधाम यात्रा सुचारू चल रही है। हमें इस बात की चिंता है कि कहीं से भी किसी प्रकार का कोई गलत संदेश न जाए। उन्होंने कहा कि रुद्रप्रयाग का नेतृत्व उन हाथों में था, जो अपने को सक्षम कहते थे और अब कुछ करने बात कहा करते थे। यकीनन वे सक्षम थे भी और कुछ करने का माद्दा रखते भी थे। लेकिन ऐसे हालात क्यों हो गए कि आज क्षेत्र हाशिए पर आ गया और जनता को अपनी मांगों को लेकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। उन्होंने डाॅ हरक सिंह रावत पर बातों ही बातों में तंज कसे।
डिप्टी स्पीकर डाॅ मैखुरी ने कहा कि वे रुद्रप्रयाग के विकास में जनप्रतिनिधियों का हर संभव सहयोग करेंगे। इस मौके पर भाजपा नेता भरत सिंह चैधरी ने कहा कि वे जनहित के लिए अपना बलिदान देने को तैयार है। प्रदेश में रुद्रप्रयाग ही अकेला जिला है, जहां सिर्फ दो विधायक हैं। हमें पैराशूट विधायक दिए गए। जिन्होंने विकास के बजाय रिश्तेदारी निकाली। अनशन स्थल पर पहुंची क्षेत्रीय जनता से राय लेने और कैबिनेट मंत्री व डिप्टी स्पीकर के आश्वासन पर उन्होंने तीन दिन से जारी आमरण अनशन समाप्त करते हुए आंदोलन दो माह के लिए स्थगित करने का निर्णय लिया। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि अगर दो माह में मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुइ तो वे जन व मातृ शक्ति के साथ जनांदोलन के लिए बाध्य होंगे। जिसके लिए सरकार और प्रशासन जिम्मेदार होंगे। इस मौके पर भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष विजय कप्रवाण, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार, पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख मोहन सिंधवाल, देवी प्रसाद नौटियाल, जिला पंचायत सदस्य आशा डिमरी, सुरेन्द्र सिंह रावत, हरि सिंह राणा, विजय सिंह कप्रवाण, अनसूया प्रसाद जोशी, नरेन्द्र सिंह बिष्ट, जगदीश सिंह नेगी, प्रदीप रावत, रमेश चैधरी, शिवचरण भट्ट, जसोधर सेमवाल, बीरेन्द्र सिंह पंवार, सुभाष पुरोहित, प्रधान राधा देवी, कुंवर लाल सत्यार्थी, धनिता देवी रावत, सुरेन्द्र सिंह बिष्ट, राम लाल शाह, चन्द्र लाल समेत सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।