पहले से चिह्नित दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को एआईडीडी योजना और केंद्र सरकार की राष्ट्रीय वयोश्री योजना के अंतर्गत सहायता और सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरण के लिए ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश में के डी. के. कन्वेंशन हॉल में आज एक शिविर लगाया गया। मुख्य अतिथि अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर (डॉ) बी. डी. मिश्रा ने केंदीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता एवं जलशक्ति राज्य मंत्री श्री रत्तन लाल कटारिया और अरुणाचल प्रदेश के सामाजिक न्याय अधिकारिता एवं जनजाति कल्याण मंत्री श्री आलो लिबांग सहित के साथ इस शिविर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर भारत सरकार के सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय में दिव्यांगजन आधिकारिता विभाग की सचिव श्रीमती शकुन्तला डी. गाम्लिन, अरुणाचल प्रदेश के मुख्य सचिव श्री नरेश कुमार, दिव्यांगजन आधिकारिता विभाग में संयुक्त सचिव डॉ प्रबोध सेठ, अरुणाचल प्रदेश राज्य सामाजिक न्याय आधिकारिता एवं जनजाति कल्याण विभाग में आयुक्त श्रीमती निहारिका राय, एएलआईएमसी ओ के सीएमडी श्री डी. आर. सरीन और अरुणाचल सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेI
इस अवसर पर अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर (डॉ) बी. डी. मिश्रा ने दिव्यांगजन आधिकारिता विभाग, भारत सरकार के देशभर में दिव्यांगजनों के समग्र सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश सरकार ने ईस्ट सियांग जिले में कृत्रिम अंग केंद्र की स्थापना के लिए 05 एकड़ भूमि आबंटित की है और वेस्ट सियांग जिले के आलो में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं पुनर्वास संसथान की स्थापना के लिए 15 एकड़ भूमि उपलब्ध करवाई है।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री रत्तन लाल कटारिया ने कहा किकेंद्र सरकार पूरी तरह से दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इस सहायता और सहायक उपकरण एवं कृत्रिम अंग वितरण का उद्देश्य ऐसे लॉग इन को सशक्त बनाते हुए उन्हे समाज की मुख्य धारा से जुड़ने में सक्षम बनाना है।
श्रीमती शकुन्तला डी. गाम्लिन ने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार द्वारा लागू नए कानून अर्थात दिव्यांग जनों के अधिकार कानून,2016 में उन्हें समग्र एवं सक्षम परिवेश दिए जाने के लिए अधिक अधिकार और सुविधाओं का प्रावधान किया गया है।
कुल 217 लाभार्थियों में 127 दिव्यांगजन और 90 वरिष्ठ नागरिक हैं I इन्हें इसी वर्ष फरवरी 2021 में एएलआईएमसीओ राज्य के नहरलागुन, युपिया और पपुम्पेरे जिले के सगली क्षेत्रों में लगाए गए विभिन्न शिविरों में चिह्नित किया गया था Iइन स्थानों के पहले से चिह्नित इन दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को लगभग 21 लाख रूपये के कुल 541 सहायक उपकरणों और सहाय का चरणबद्ध रूप से वितरण किया जाएगाI
वितरित किए जाने वाले उपकरणों में 152 फोल्डिंग व्हील चेयर, 01सी. पी. चेयर, 96 क्रचेज, 81 वाकिंग स्टिक्स, 07 ब्रेल किट, 06 स्मार्ट केन, 04 स्मार्ट फोन, 08 डेजी प्लेयर, 07 एमएसईआईडी किट, 16 रोलेटर, 04
टेट्रापौड, 17 वाकर,142 बी.टी.ई. (हियरिंग ऐड मशीन) शामिल हैंI
कोरोना संक्रमण को देखते हुए कार्यक्रम के दौरान सभी एहतियाती कदम उठाए गए थे. उचित दूरी बनाए रखना, हर व्यक्ति की थर्मल स्क्रीनिंग का प्रबंध, फेस मास्क और सैनिटाइजर्स की अनिवार्यता और उपकरणों का कई स्तर पर विसंक्रमण जिसमें वाहनों, सहायक उपकरणों और अंगों को भेजे जाने से पहले विसंक्रमण, खुले/बंद भंडारण स्थलों की साफ़-सफाई और वितरण से ठीक पहले दोबारा से विसंक्रमण इन उपायों में शामिल था I
कोविड 19 को देखते हुए इन 217 लाभार्थियों में से लगभग 100 व्यक्तियों को कल डी.के. कन्वेंशन हॉल में आयोजित उद्घाटन कार्यक्रम में सहायता और सहायक उपकरण वितरित किए गएI शेष लोगों को उनके उनके निवास के निकट के विकास खंडों में चरणबद्ध क्रम में यह सहायता उपलब्ध कराई जाएगीI
दिव्यांगजन सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय के दिव्यांगजन आधिकारिता विभाग के तत्वावधान में भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (आर्टिफिशियल लिम्बस मैन्युफैक्चरिंग कॉर्पोरेशन ऑफ़ इण्डिया –एएलआईएमसीओ), कानपुर ने अरुणाचल राज्य सरकार के सामजिक न्याय अधिकारिता एवं जनजाति कल्याण मंत्रालय और ईटानगर जिला प्रशासन के साथ मिलकर इस शिविर का आयोजन कियाI