लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने फ्लैगशिप योजनाओं को समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये हैं, ताकि प्रदेशवासियों को इनका लाभ समय से मिलना प्रारम्भ हो जाए। उन्होंने कहा है कि परियोजनाओं के कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा कार्य में तेजी लाने के लिए अधिकारी साइट विजिट करें। उपलब्ध संसाधनों का पूर्ण सदुपयोग करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि योजनाओं समय पर पूर्ण करने के लिए सभी प्रयास किये जाएं। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां शास्त्री भवन में विभिन्न विभागों की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर, 2018 तक प्रदेश को ओ0डी0एफ0 करने का लक्ष्य है। इसे ध्यान में रखते हुए शौचालयों के निर्माण कार्य में तेजी लायी जाए। कार्य में शीघ्रता के लिए सी0एस0आर0, मनरेगा तथा जिला खनिज निधि के उपयोग के साथ ही जनसहयोग भी लिया जाए। इस कार्य में सहयोग करने वाले ग्राम प्रधानों आदि को सम्मानित कर अन्य लोगों को भी सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाए। योजना के अन्तर्गत दी जाने वाली धनराशि केवल लाभार्थी के खाते में ही अन्तरित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि निर्मित शौचालयों के उपयोग के लिए लोगों को प्रेरित और प्रोत्साहित करने हेतु अभियान चलाया जाए।
योगी जी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण तथा शौचालय निर्माण के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। इसी प्रकार, प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी से भी अधिक से अधिक पात्र लोगों को लाभान्वित करने के लिए योजना में तेजी लायी जाए।
गोरखपुर में एम्स निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वांचल एवं उसके आसपास के इलाकों की जनता को उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए गोरखपुर में एम्स का शीघ्रातिशीघ्र निर्माण आवश्यक है। एम्स के निर्माण के लिए केन्द्र व राज्य सरकार सभी सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। उन्होंने एम्स के निर्माण में तेजी लाने के लिए सभी आवश्यक औपचारिकताएं यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये।
प्रदेश में 5 जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर मेडिकल काॅलेज बनाने की योजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जौनपुर में निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल काॅलेज को भी जिला अस्पताल से जोड़कर शीघ्रता से पूरा किया जाए। उन्होंने प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को कार्याें की साप्ताहिक समीक्षा तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री को पाक्षिक समीक्षा एवं किसी एक परियोजना स्थल की विजिट के लिए कहा। बैठक में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने बताया कि जनपद एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, देवरिया, गाजीपुर, मिर्जापुर में बनने वाले 8 नये मेडिकल काॅलेजों के लिए भूमि का चिन्हांकन कर लिया गया है तथा डी0पी0आर0 भी बना ली गयी है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कार्य में तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सरयू नहर परियोजना को निर्धारित लक्ष्य दिसम्बर, 2019 तक पूरा कर लिया जाए। उन्होंने मध्य गंगा नहर एवं अर्जुन सहायक नहर परियोजना की भी समीक्षा की तथा परियोजनाओं के गुणवत्तापरक एवं समयबद्ध ढंग से क्रियान्वयन के निर्देश दिये। पूर्ण कर ली गयी बाण सागर परियोजना का यथाशीघ्र उद्घाटन कराने के निर्देश भी मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गये।
मुख्यमंत्री जी ने एथनाॅल के मूवमेंट के सम्बन्ध में गन्ना एवं आबकारी विभाग को विचार-विमर्श कर ठोस नीति तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने राशन कार्डाें में आधार संख्या की फीडिंग और सीडिंग के वैलिडेशन में तेजी लाने के निर्देश भी दिये। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री जी ने वाराणसी में इग्नू पूर्व क्षेत्रीय सेण्टर की स्थापना एवं कछुआ सेन्क्चुरी वाराणसी की शिफ्टिंग के सम्बन्ध में भी अधिकारियों को निर्देश दिये।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, आबकारी मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, कृषि निर्यात, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाति सिंह, आवास राज्य मंत्री श्री सुरेश पासी, मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार, विभिन्न विभागों के प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।