देहरादून: कॅप्री ग्लोबल कॅपिटल लिमिटेड नॉन डिपॉजिट और प्रणालीगत रूप से महत्त्वपूर्ण एनबीएफसी (एनबीएफसी -एनडी-एसआई) ने गोल्ड लोन के कारोबार में कदम बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी वित्त-वर्ष 2022-23 की पहली छमाही के दौरान इस कारोबार का संचालन शुरू करेगी। कंपनी ने अगले 5 सालों में अपने गोल्ड लोन बुक को 8000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने तथा देश भर में 1500 शाखाओं के साथ अपने नेटवर्क का विस्तार करने का लक्ष्य रखा है।
कारोबार में विविधता लाने के बारे में बताते हुए, श्री राजेश शर्मा, मैनेजिंग डायरेक्टर, कॅप्री ग्लोबल कॅपिटल लिमिटेड, ने कहा, “यह कदम लंबी अवधि में अपने दायरे के विस्तार की हमारी रणनीति के अनुरूप है। हमें गोल्ड लोन के बाजार में असीम संभावनाएं नजर आ रही हैं, क्योंकि महामारी की वजह से उत्पन्न आर्थिक संकट के कारण निम्न से मध्यम आय वाले परिवारों में ऋण की मांग काफी बढ़ गई है। सोने के गहनों के साथ लोगों की भावनाएं जुड़ी होती हैं, जिसके चलते लोग अपने सोने को बेचने के बजाय जमानत के रूप में गिरवी रखते हैं और कम समय के लिए लोन प्राप्त करते हैं। देश के ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में यह ट्रेंड स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है। देश के ग्रामीण इलाकों में बड़े पैमाने पर मौजूदगी के साथ, सीजीसीएल ग्राहकों की सेवा करने और समुदायों के भीतर वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है।”
कंपनी ने इस वर्टिकल के लिए श्री रवीश गुप्ता को बिजनेस हेड नियुक्त किया है। उन्हें पूरे देश में गोल्ड लोन के नए कारोबार को संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। सीजीसीएल में शामिल होने से पहले, उन्होंने इंडिया इन्फोलाइन फाइनेंस लिमिटेड के लिए उत्तरी क्षेत्र में गोल्ड लोन कारोबार की कमान संभाली थी।
वर्तमान में, कंपनी देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौजूद अपनी 110 शाखाओं के मजबूत नेटवर्क के जरिए दो प्रमुख वर्टिकल दृ सिक्योर्ड एमएसएमई लोन और किफायती हाउसिंग फाइनेंस में अपने कार्यों का संचालन कर रही है। कंपनी किफायती आवास परियोजनाओं के लिए भवन निर्माण हेतु फाइनेंसिंग उपलब्ध कराने तथा प्रमुख बैंकों के ऑटो लोन प्रोडक्ट्स के वितरण में भी संलग्न है।
31 दिसंबर, 2021 तक, कंपनी ने 57,693 मिलियन रुपये की प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) के साथ 649 मिलियन रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो अब तक का सबसे उच्चतम आंकड़ा है।