नई दिल्ली: जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय ने कावेरी बेसिन की वास्तविक स्थिति के आकलन के लिए कावेरी बेसिन का दौरा करने के उद्देश्य से एक उच्च स्तरीय तकनीकी दल का गठन किया है। केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष श्री जी. एस. झा इस दल के अध्यक्ष होंगे। श्री एस. मसूद हुसैन, सदस्य (डब्ल्यूपीएंडपी) सीडब्ल्यूसी, श्री आर के गुप्ता, चीफ इंजीनियर कृष्णा एवं गोदावरी बेसिन संगठन सीडब्ल्यूसी हैदराबाद तथा तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों के मुख्य सचिव या उनके प्रतिनिधि तथा तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी से एक-एक चीफ इंजीनियर इस दल के सदस्य होंगे।
इस दल की बैठक 7 अक्टूबर, 2016 को प्रात: 9.30 बजे बेंगलुरु में आयोजित होगी जिसमें बैठक की तैयारी संबंधी कार्य और उसके बाद वास्तवितक स्थिति का आकलन करने के लिए कावेरी बेसिन क्षेत्र का दौरा करने तथा 17 अक्टूबर, 2016 को उच्चतम न्यायालय में इसकी रिपोर्ट दाखिल करने के बारे में विचार-विमर्श किया जायेगा।
तमिलनाडु और कर्नाटक के मुख्य सचिवों से अपनी भागीदारी की पुष्टि करने या अपने प्रतिनिधियों के नाम भेजने और संबंधित चीफ इंजीनियर के भी नाम प्रेषित करने के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों को 6 अक्टूबर, 2016 तक बेंगलुरु पहुंचने के बारे में निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। केरल और पुडुचेरी के मुख्य सचिवों से संबंधित चीफ इंजीनियर के नाम भेजने और उन्हें 6 अक्टूबर, 2016 तक बेंगलुरु पहुंचने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है। इस विशेषज्ञ दल का गठन उच्चतम न्यायालय के 4 अक्टूबर, 2016 को दिये गये आदेश के अनुपालन में किया गया है।