भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने स्कूलों में सभी क्लास के बच्चों के लिए खेल के पीरियड को जरूरी बनाने की मांग की है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों के लिए रोज खेल के पीरियड को जरूरी कर दिया है. मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर ने सीबीएसई की इस नीति की तारीफ करते हुए इसे सभी कक्षाओं में इसे लागू करने की मांग की है. इससे पहले जब सीबीएसई ने 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए खेल विषय को अनिवार्य किया था तब सचिन ने ट्वीट कर इसके लिए सीबीएसई को शुक्रिया कहा था.
बोर्ड ने स्कूलों को खेल को लेकर दिशानिर्देश जारी किया है जिसमें कक्षा नौ से 12 तक रोजाना खेल के पीरियड रखने को कहा गया है ताकि छात्रों को सुस्त जीवनशैली से बचाया जा सके. तेंदुलकर ने सीबीएसई की अध्यक्ष अनिता करवल को लिखे पत्र में कहा, ‘‘मोटापे के मामले में विश्व में भारत का तीसरा स्थान है जो गंभीर चिंता की बात है, अस्वस्थ युवा देश के लिए किसी महामारी की तरह है, देश में मजबूत खेल संस्कृति इस मामले से निपटने में मदद कर सकता है.’’
One of the best b’day gifts I got this year – the news that #CBSE schools will include a mandatory health & physical education programme for class IX to XII students. Thanks to the Board for standing up for sports, health & a brighter future for 🇮🇳’s children. #LetsPlay 🇮🇳
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) April 26, 2018
उन्होंने कहा, ‘‘स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के लिए रोजाना एक पीरियड अनिवार्य करना इस दिशा में सही कदम है. इस पहल को हालांकि निश्चित रूप से और भी आगे बढ़ाया जा सकता है.’’ तेंदुलकर ने कहा, ‘‘चूंकि इस पहल का समग्र उद्देश्य बच्चों में मोटापा को रोकना है, इसलिए बोर्ड को बाकी सभी कक्षाओं में भी स्वास्थ्य और फिटनेस को अनिवार्य बनाने पर विचार करना चाहिए.’’
बोर्ड ने स्कूलों के लिए नौवीं से 12वीं कक्षा में इसे लागू करने के लिए 150 पन्नों का खेल दिशानिर्देश जारी किया है जिसमें उसे लागू करने और तौर तरीके के बारे में बताया गया है. (इनपुट: एजेंसी)