नई दिल्ली: भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने एमराल्ड सेज इन्वेस्टमेंट लिमिटेड द्वारा अपोलो टायर्स लिमिटेड में 9.93% हिस्सेदारी के प्रस्तावित अधिग्रहण को मंजूरी दी है। प्रस्तावित संयोजन में एमराल्ड सेज इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (एमराल्ड) के लिए 10.80 करोड़ अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय वरीयता वाले शेयरों के द्वारा सदस्यता की परिकल्पना की गई है जिसके बाद एमराल्ड की अपोलो टायर्स लिमिटेड (अपोलो) की चुकता शेयर पूंजी में 9.93 प्रतिशत हिस्सेदारी हो जाएगी।
एमराल्ड एक निवेश होल्डिंग कंपनी है जिसका गठन मॉरीशस के कानूनों के तहत किया गया है। एमराल्ड के शेयरधारक कुछ निजी इक्विटी फंड हैं जिनका प्रबंधन वारबर्ग पिंकस एलएलसी करता है, जो कुछ निजी इक्विटी फंडों के लिए एक प्रबंधक के रूप में भी कार्य करता है। इन निजी इक्विटी फंडों के स्वामित्व वाली पोर्टफोलियो कंपनियां ऊर्जा, वित्तीय सेवाओं, स्वास्थ्य और उपभोक्ता, औद्योगिक और व्यावसायिक सेवाओं, प्रौद्योगिकी, मीडिया और दूरसंचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
अपोलो, मोटर वाहन टायर का निर्माण और बिक्री करती है। अपोलो समूह के उत्पाद पोर्टफोलियो में पैसेंजर कार, स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल, मल्टी यूटिलिटी व्हीकल, लाइट ट्रक आदि के लिए टायर निर्माण और रिट्रेडिंग मैटेरियल शामिल हैं। सीसीआई का विस्तृत आदेश जल्द ही जारी किया जायेगा।