भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडे और श्री अरुण गोयल के साथ आज “प्रौद्योगिकी का उपयोग और चुनावी निष्ठा” विषय पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। भारत के चुनाव आयोग द्वारा आयोजित किए जाने वाले तीन सम्मेलनों की श्रंखला में ये दूसरा सम्मेलन है। इसे नई दिल्ली में ईसीआई के नेतृत्व में चुनावी निष्ठा पर समूह के अंतर्गत आयोजित किया गया है। 9 ईएमबी या चुनाव प्राधिकरणों के प्रमुखों/उप प्रमुखों सहित 16 देश इसमें भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर चुनाव प्रबंधन निकायों के सामने मौजूद गंभीर चुनौतियों पर बोलते हुए सीईसी श्री राजीव कुमार ने ईएमबी के कामकाज के साथ प्रौद्योगिकी के संगम पर नए मीडिया के असर पर जोर दिया, इसमें भी खासकर सोशल मीडिया के असर पर। उन्होंने कहा कि डीप फेक नेरेटिव का विचलित करने वाला चलन दुनिया भर में चुनावों में आम बात हो गया है, जहां विघटनकारी तत्व लोगों की धारणा को बदलने का प्रयास करते हैं और बार बार लगातार डीप फेक बातों को “तथ्य” के रूप में प्रस्तुत करके यूजर को भ्रमित करते हैं। पिछले सम्मेलन के अपने मुख्य भाषण को याद करते हुए श्री कुमार ने जोर देकर कहा कि सोशल मीडिया मध्यवर्तियों के पास अपनी एल्गोरिद्म शक्ति और एआई के जरिए सक्रिय रूप से डीप फेक्स का पता लगाने की क्षमता है, खासकर भारत जैसे अधिकार क्षेत्रों में जहां चुनाव कार्यक्रम तय और पहले से घोषित होते हैं।
श्री कुमार ने इसके अलावा चिंताएं जताईं कि इन प्लेटफ़ॉर्म के सर्च रिजल्ट में अंतर्निहित रूप से बराबरी की जमीन नहीं मुहैया होती है। यहां जितनी प्रमुखता से नकली सामग्री को दिखाया जाता है, उतनी प्रमुखता से आधिकारिक रूप से सत्यापित संस्करणों को नहीं दिखाया जाता है। सीईसी ने डीप फेक का सक्रिय रूप से पता लगाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जिम्मेदारी डालने हेतु प्रवर्तन एजेंसियों से जोड़कर एक मिसाल दी। उन्होंने कहा कि मसलन, ये कल्पना करना कठिन है कि अगर प्रवर्तन एजेंसियां कह दें कि वे तब तक कार्रवाई नहीं करेंगी जब तक उन्हें अपराध की सूचना नहीं दी जाती; कि इंटेलिजेंस प्रिवेंशन उनकी जिम्मेदारी नहीं है।
उद्घाटन समारोह में सीईसी श्री राजीव कुमार का संबोधन यहां देखें: https://youtu.be/OX7SaLevQfw
उद्घाटन समारोह में अपने मुख्य भाषण में सीईसी श्री राजीव कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि चुनावों में समावेशिता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने और इस तरह लोकतांत्रिक चुनावी कवायद के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी की भागीदारी महत्वपूर्ण हो गई है। किसी भी ईएमबी की सफलता तीन व्यापक कार्यक्षेत्रों में उपयुक्त तकनीक को लागू करने पर निर्भर करती है – मतदाताओं के लिए पंजीकरण में आसानी, राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की सुविधा और तीसरी – चुनाव प्रबंधन और रसद/सुरक्षा के लिए। इस अवसर पर बोलते हुए सीईसी श्री कुमार ने ईसीआई द्वारा विभिन्न तकनीकी हस्तक्षेपों पर प्रकाश डाला जैसे सी-विजिल, पीडब्ल्यूडी के लिए सक्षम ऐप और एक लाख से अधिक मतदान केंद्रों में बैटरी संचालित गैर-नेटवर्क वाले ईवीएम का उपयोग, जिसने मतदाताओं को सशक्त बनाया है और एक के बाद एक चुनाव में चुनाव के बाद त्वरित और विश्वसनीय चुनावी परिणाम सुनिश्चित किए हैं।
‘चुनाव प्रशासन के लिए प्रौद्योगिकी’ विषय पर पहले सत्र की सह-अध्यक्षता भारत के चुनाव आयुक्त श्री अरुण गोयल और मॉरीशस के चुनाव आयुक्त श्री मोहम्मद इरफान अब्दुल रहमान ने की। इस सत्र में अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, क्रोएशिया और जॉर्जिया के चुनाव अधिकारियों द्वारा प्रस्तुतियां दी गईं।
अपने संबोधन के दौरान ईसी श्री अरुण गोयल ने कहा कि बुनियादी प्रक्रियाओं को स्वचालित करने से लेकर परिष्कृत चुनावी डेटाबेस के प्रबंधन तक, चुनाव प्रशासन में प्रौद्योगिकी का उपयोग अनिवार्य हो गया है। श्री गोयल ने 94.5 करोड़ से अधिक मतदाताओं के डेटाबेस के प्रबंधन और मतदान केंद्रों के युक्तिकरण जैसे चुनाव संबंधी निर्णय लेने की सुविधा के लिए ईसीआई द्वारा उपयोग की जा रही विभिन्न प्रौद्योगिकी संबंधी पहलों पर प्रकाश डाला। जैसे – राजनीतिक दलों/उम्मीदवारों की सुविधा के लिए तकनीक और मतदाताओं को सशक्त बनाने के लिए सी-विजिल जैसे ऐप।
डीजी आईआईआईडीईएम और सीनियर डीईसी श्री धर्मेंद्र शर्मा ने इस दो दिवसीय सम्मेलन में प्रतिनिधियों का स्वागत किया। मॉरीशस के चुनाव आयुक्त श्री मो. इरफ़ान अब्दुल रहमान, इंटरनेशनल फ़ाउंडेशन फ़ॉर इलेक्टोरल सिस्टम्स के अध्यक्ष और सीईओ श्री एंथनी बैनबरी, जॉर्जिया के सीईसी और डिप्टी चेयरपर्सन श्री जियोर्गी शारबिद्ज़े और अंगोला, अर्मेनिया, ऑस्ट्रेलिया, चिली, क्रोएशिया, डोमिनिका, फिजी, जॉर्जिया, इंडोनेशिया, किरिबाती, मॉरीशस, नेपाल, पैराग्वे, पेरू, फिलीपींस और सूरीनाम सहित इंटरनेशनल आईडीईए और ईएमबी के प्रतिनिधि, ईसीआई के अधिकारी इस दो दिवसीय सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के दौरान ईसीआई द्वारा तैयार की गई एक पुस्तिका ‘चुनावों में प्रौद्योगिकी के उपयोग में वैश्विक पहल’ का भी अनावरण किया गया। ये पुस्तक दुनिया भर में ईएमबी की सर्वोत्तम प्रौद्योगिकी प्रथाओं का संकलन है। इस दौरान ईएमबी के अधिकारियों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के लिए आईआईआईडीईएम द्वारा विकसित अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण मॉड्यूल भी जारी किए गए।
‘समावेशी चुनावों के लिए प्रौद्योगिकी समाधान’ विषय पर दूसरे सत्र की अध्यक्षता आईएफईएस के अध्यक्ष और सीईओ द्वारा की गई। इस सत्र में फिलीपींस, अंगोला और इंटरनेशनल आईडीईए के प्रतिनिधि की प्रस्तुतियां शामिल हैं।
‘एक सक्षमकर्ता के तौर पर प्रौद्योगिकी और डिजिटल स्पेस की चुनौतियां’ विषय पर कल आयोजित होने वाले तीसरे सत्र की सह-अध्यक्षता उपाध्यक्ष और जॉर्जिया के सीईसी और पैराग्वे के ट्राइब्यूनल सुपीरियर डि जस्टिसिया इलेक्टोराल के वाइस-प्रेसिडेंट / मिनिस्टर द्वारा की जाएगी। इस सत्र में इंडोनेशिया और आईएफईएस की प्रस्तुतियां होंगी।
24 जनवरी, 2023 को समापन सत्र और आगे की राह की अध्यक्षता भारत के चुनाव आयुक्त श्री अनूप चंद्र पांडेय करेंगे।
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