लखनऊ: आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्म सिंह सैनी ने कहा कि इस बार छठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) पर सुबह 7 बजे प्रदेशवासी अपने घर पर रहकर मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ योगाभ्यास करें और योगा डे चैलेंज का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि कोरोना की आपदा के चलते इस बार योग दिवस पर प्रदेशवासी डिजिटल रूप से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवा सकते हैं। चैलेंज को स्वीकार करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
श्री सैनी ने कहा कि योग को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने का काम आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। 21 जून को विश्व के 193 देशों में विभिन्न तकनीकी माध्यमों से योगाभ्यास के जरिये लोग इस वैश्विक आयोजन में सम्मिलित होंगे। कोरोना के चलते बदली हुई परिस्थितियों में भारत सरकार के निर्देशों के अनुक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने डिजिटल माध्यम से योग दिवस में प्रतिभागिता सुनिश्चित करने का अनुरोध प्रदेशवासियों से किया है।
आयुष राज्यमंत्री ने कहा कि 21 जून को हमने प्रदेशवासियों को योगा डे चैलेंज यूपी दिया है। जिसमें प्रदेशवासी अपने घरों में ही योग करें और उसका वीडियो बनाकर फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर उसे रुल्वहंूपजीब्डल्वहप रुडलस्पमिडलल्वहं रुंलनेीनच हैशटैग के आयुष मिशन के सोशल मीडिया हैंडल्स को टैग करते हुए शेयर करें। उसके बाद आयुष कवच ऐप या मिशन की वेबसाइट ूूूण्ंलनेीनचण्पद पर पंजीकरण कराना होगा। प्रतियोगिता में सबसे अच्छी योगमुद्रा का प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को जनपद स्तर व प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा।
प्रमुख सचिव आयुष श्री प्रशांत त्रिवेदी ने बताया कि प्रतियोगिता महिला, पुरुष, योग पेशेवर, वरिष्ठ नागरिक, वयस्क और बालक श्रेणी में आयोजित की जा रही है। प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में सभी श्रेणियों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार पर क्रमशः 51 हजार, 21 हजार व 11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं जनपद स्तरीय प्रतियोगिता में 2100, 1100 व 501 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। पंजीकरण कराने वाले सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। पुरस्कार के चयन हेतु यह प्रतिबंध रहेगा कि सभी श्रेणियों में राज्य स्तर पर 1000 व जनपद स्तर पर कम से कम 100 प्रतिभागियों ने पंजीकरण अवश्य किया हो।
राज्य आयुष मिशन के प्रबंध निदेशक श्री राजकमल यादव ने बताया कि वैश्विक आपदा के चलते लोग कॉमन योग प्रोटोकॉल का पालन करते हुए चैलेंज के लिए अपनी प्रविष्टियां दर्ज कराएं और योग के महत्व को लोगों तक पहुंचाएं। कोरोना से बचने के लिए योग सबसे बेहतर माध्यम हो सकता है।