नई दिल्ली: भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि केंद्र और राज्यों को गुणवत्तापूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
आज हैदराबाद में स्वर्ण भारत ट्रस्ट में केआईएमएस हॉस्पिटल्स द्वारा आयोजित एक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालयों और चिकित्सा संस्थानों को मेडिकल पेशेवरों द्वारा पास के कॉलेजों में जाना और बीमारी की रोकथाम और स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिये जागरूकता अभियानों को चलाना सुनिश्चित करना चाहिए।
यह देखते हुए कि लोग अपने स्वास्थ्य और बुनियादी सावधानी बरतने की उपेक्षा करते हैं, उन्होंने कहा कि कई बार वे बीमारियों के इलाज के लिए स्वास्थ्य पर बहुत अधिक खर्च करते हैं। उन्होंने कहा कि बीमारी की रोकथाम के बारे में जागरूकता बेहद जरूरी है क्योंकि रोकथाम इलाज से बेहतर है।
यह इंगित करते हुए कि निष्क्रिय जीवन शैली और अस्वास्थ्यकर आहार संबंधी आदतें गैर-संचारी रोगों में वृद्धि करने में आगे हैं, उन्होंने कहा कि नियमित शारीरिक गतिविधि हर किसी के लिए दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन जाना चाहिए, भले ही वह किसी भी उम्र का क्यों न हो।
इस अवसर पर तेलंगाना के राज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुन्दरराजन, आंध्र प्रदेश के पूर्व मंत्री डा. कमिनेनी श्रीनिवास और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।