नई दिल्ली: मेरीटाइम और जहाज निर्माण क्षेत्र के लिए कौशल विकास, स्टार्टअप, मेरी टाइम और जहाज निर्माण उत्कृष्टता केंद्र (सीईएमएस) ने 24 प्रयोगशालाएं स्थापित करने की घोषणा की हैं। 6 प्रयोगशालाएं मुंबई में तथा 18 प्रयोगशालाएं वीजाग में स्थापित की जाएंगी। सीईएमएस ने शुरू किए जाने वाले पाठ्यक्रमों की सूची भी साझा की। स्थापित की जाने वाली प्रयोगशालाओं में प्रोडेक्ट डिजाइन व वैलीडेशन, एडवांस मैन्युफैक्चरिंग, हल डिजाइन, ऑटोमेशन, वेल्डिंग टेक्नॉलोजी, रोबोटिक्स, वर्चुअल रियलिटी, एडवांस मशीन और रोबोटिक्स इलेक्ट्रिकल शामिल हैं। यह घोषणा मुंबई में सीईएमएस द्वारा सक्षमता, रोजगारपरकता तथा कौशल विकास पर आयोजित पहले सेमिनार में की गई। कार्यकारी अध्यक्ष श्री अरूण शर्मा ने कहा ‘’सीईएमएस ने 24 प्रयोगशालाओं के साथ एशिया प्रशांत में अपने किस्म की पहली अवसंरचना स्थापित की है। मुंबई और वीजाग में इन प्रयोगशालाओं की स्थापना के साथ सीईएमएस विश्व स्तरीय संरचना से विभिन्न पाठ्यक्रमों के जरिए मेरीटाइम और जहाज निर्माण के क्षेत्र में सक्षमता सृजन करेगा।
जहाजरानी के भारतीय रजिस्टर द्वारा संवर्धित सीमेंस के साथ साझेदारी में और शिपिंग मंत्रालय के सागरमाला के समर्थन से सीईएमएस जहाज निर्माण/मरम्मत तथा सहायक क्षेत्रों में आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग प्रौद्योगिकी में कौशल विकास के जरिए मेरीटाइम और जहाज निर्माण में सक्षम बनेगा। सीईएमएस उद्योग के लिए प्रासंगिक कौशल विकास कार्यक्रम चलाएगा और शिप हल डिजाइन, विस्तृत डिजाइन, जहाज निर्माण और रखरखाव, मरम्मत और ओवरहॉल (एमआरओ) उत्पादन जीवन चक्र प्रबंधन (पीएलएम) के क्षेत्र में विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग और तकनीकी रूप से कौशल संपन्न बनाएगा। सेमिनार में शिपिंग मंत्रालय के प्रतिनिधि, शिपयार्ड के प्रबंधन प्रतिनिधि तथा स्वामी और उद्योग तथा शिक्षा जगत वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल हुए।