नई दिल्ली: आज राजधानी में सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी, अफगानिस्तान के परिवहन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. मोहम्मदुल्लाह बताश तथा इरान के सड़क एवं शहरी विकास मंत्री श्री अब्बास अहमद अखौंडी के बीच एक त्रिपक्षीय बैठक ओयोजित की गई। इस बैठक में तीनों मंत्रियों नेअंतर्राष्ट्रीय परिवहन एवं पारगमन कॉरिडोर स्थापित करने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके लिए इन्होंने चाबहार समझौते पर 23 मई ,2106 को तेहरान में भारत के प्रधानमंत्री तथा अफगानिस्तान के राष्ट्रपति की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए थे।
इस बैठक के दौरान मंत्रियों ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी हब के रूप में चाबहार के महत्व और अपने इस उद्देश्य को पाने के लिए काम करने की वचनबद्धता को दोहराया। बैठक में निर्णय लिया गया कि चाबहार बंदरगाह से पैदा होने वाले अवसरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी हितधारकों के लिए एक कनेक्टिविटी कार्यक्रम का आयोजन दो महीनों के भीतर चाबहार में आयोजित किया जाएगा।
मंत्रियों ने इस बात पर संतोष जताया कि समझौते की पुष्टि के लिए आंतरिक प्रक्रिया पूरी की जा रही है। समझौते के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए उठाए जाने वाले अगले कदमों पर भी विचार-विमर्श किया गया। निर्णय किया गया कि परिवहन और पारगमन, बंदरगाह, सीमा शुल्क की प्रक्रियाएं तथा वाणिज्य दूत से संबंधी कार्यों के लिए एक प्रोटोकॉल का विकास किया जाए। यह भी तय किया गया कि चाबहार में तीनों देशों के वरिष्ठ विशेषज्ञ अधिकारियों की महीने भर के भीतर एक बैठक आयोजित की जाए। बंदरगाहों,सड़कों और रेल कनेक्टिविटी के विकास से इन तीनों देशों में नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे और इनसे इन देशों में समृद्धि आएगी। आर्थिक वृद्धि और विकास से व्यापार का पुनर्गठन होगा। इस समझौते के लागू होने से तीनों देशों के बीच व्यापार की लागत में ठोस कमी आने से निजी क्षेत्रों के लिए व्यापार करने का मौका मिलेगा।
केंद्रीय सड़क,परिवहन एवं राजमार्ग एवं जहाजरानी मंत्री श्री नितिन गडकरी के निमंत्रण पर इरान के परिवहन एवं शहरी विकास मंत्री डॉ. अब्बास अखौंडी और अफगानिस्तान के परिवहन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री डॉ. मोहम्मदुल्लाह बताश भारत की आधिकरिक यात्रा पर हैं।