नई दिल्ली: 70वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर वायु सेना स्टेशन, थोईसे ने दुर्गम लद्दाख क्षेत्र क्षेत्र में ट्रेकिंग (दुर्गम यात्रा अभियान) चलाया। वायु सेना स्टेशन, थोईसे के योद्धाओं द्वारा यह अभियान बर्फ से जमी जांस्कर नदी पर चलाया गया। सहासिक अभियान दल के नेता और समन्वय कर्ता विंग कमांडर विक्रांत उनियाल थे। विंग कमांडर उनियाल आर्मी माउंटेनियरिंग इस्टीट्यूट सियाचिन से योग्यता प्राप्त पर्वतारोही हैं।
5 सदस्यीय अभियान दल ने बर्फ से जमीं जांस्कर नदी पर कठिन रास्ते पर चलते हुए पांच दिन में 65 किलोमीटर की दूरी तय की। चादर ट्रेक देश में सबसे कठिन और सर्वाधिक चुनौती पूर्ण पखडंडी है। यह दुर्गम यात्रा ‘चिलिंग’ से प्रारंभ हुई और तीब गुफा के रास्ते चादर (बर्फ से जमी जांस्कर नदी) पर नायरक गांव में पूरी हुई। 13 हजार फीट की ऊंचाई पर बर्फ से जमी नदी के निकट गुफाओँ में अभियान दल के सदस्यों ने रात गुजारी।
इस यात्रा के दौरान टीम ने एक अन्य यात्री की जान बचाई जो बर्फ की परत टूट जाने के कारण पानी में गिर गया था। भारतीय वायु सेना की टीम नजदीक मे थी और उस व्यक्ति के चिल्लाने पर उसे उपकरण के सहारे बर्फिले पानी से बाहर निकाला गया।
इस क्षेत्र की प्रतिकूल पर्यावरण स्थितियों के बावजूद वायु सेना के योद्धाओं ने काफी पेशेवर तरीके से इस चुनौतीपूर्ण अभियान को पूरा किया। दिन में तापमान -15 और 20 डिग्री था जबकि रात का तापमान गिरकर -25 डिग्री हो गया था।