देहरादून: प्रदेश के आवास उद्यान मंत्री प्रीतम सिंह पंवार ने विधान सभा स्थित सभाकक्ष में उद्यान विभाग की परिचायत्मक एवं समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उद्यान विभाग से सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि उद्यान विभाग प्रदेश का महत्वपूर्ण विभाग है। प्रदेश की परिस्थितियों को देखते हुए आज पहाड़ों से पलायन तीव्रता से हो रहा है। सरकार द्वारा युवकों एवं कृषकों के लिए कल्याणकारी योजनाऐं संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारी पलायन को रोकने के लिए कार्य करें। यह हम सबकी जिम्मेदारी बनती है जो भी योजनाऐं उद्यान विभाग द्वारा संचालित हो रही हैं। उनका बेहतर ढंग से क्रियान्वयन हो, तभी सरकार की मंशा पूरी होगी। इस कार्य के लिए सबसे बड़ी भूमिका अधिकारी/कर्मचारी वर्ग की होगी।
बैठक में उन्होंने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी शासन द्वारा जन कल्याणकारी योजनाऐं संचालित की जा रही हैं। उनका क्रियान्वयन अधिकारी ग्राउण्ड स्तर पर करें। इसके लिए संचालित की जा रही योजनाओं का समुचित ढंग से प्रचार-प्रसार किया जाये। प्रचार-प्रसार के अभाव में पात्र व्यक्तियों को योजनाओं की सही जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाती है।
उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि उद्यान पत्तियों एवं कृषकों को उन्नत प्रजाति के बीज एवं पौधों को उपलब्ध कराया जाये। जिसके सार्थक परिणाम होंगे। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन बखूबी तरह से करते हुए टीम भावना से कार्य करें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा उन पर भरोसा कर उक्त विभाग की बागडोर मुझे सौंपी है। आप भी मुझे बल प्रदान करें जिससे उक्त विभाग की जन कल्याणकारी योजनाओं को पात्र व्यक्तियों तक पहुचाया जा सके। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग एवं लाभार्थियों की उन्नति के लिए जो भी दायत्वि एवु सुझाव उन्हें सौंपे जायेंगे उन्हें उनके द्वारा पूर्ण करने का प्रयास किया जायेगा।
बैठक में उन्होंने उद्यान विभाग की समीक्षा करते हुए राष्ट्रीय बागबानी बोर्ड/एपिड़ा द्वारा वित्त पोषित योजना जिस पर राज्यांश 20 प्रतिशत है। राजकीय उद्यानों का सुदृढ़ीकरण, मधुमक्खी पालन योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि मौन पालन योजना नौजवान युवकों को ब्लाॅक स्तर पर एडीओ के साथ गोष्ठियाॅं कराते हुए नवयुकों का चयन करें इसके नवयुवकों को स्वरोजगार भी मिलेगा यह एक ऐसा सैक्टर जिससे युवक अपना कार्य कर सकेंगे।
बैठक में उन्होंने ग्रीनहाउस, पाली योजना के अन्तर्गत 5 वर्ष के दौरान जिस पाली हाऊस की पालीथीन खराब हो चुकी है उन्हें शीघ्र बदलने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये। बैठक में उन्होंने नवयुवकों से स्वरोजगार से जोड़ने हेतु मशाला खेती योजना, बर्मी कम्पोस्ट योजना, जिससे राज्यांश 25 प्रतिशत है को जोड़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार करने के निर्देश दिये।।
बैठक में उन्होंने उत्तराखण्ड बेमौसमी सब्जी उत्पादन, फल पौध शालाओं की स्थापना, जैविक बागबानी की खेती तथा मशरूम उत्पादन एवं विपणन योजना में नव युवकों को प्रोत्साहित किया जाये। क्योंकि आज के वर्तमान युग में मशरूम की खेती पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है और आज इसकी सर्वाधिक मांग है। नवयुकों को मानसिक रूप से तैयार करें इसके लिए फिल्ड में कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने मशरूम की ट्रैनिग(प्रशिक्षण) के दौरान प्रशिक्षणार्थी को जो मानदेय दिया जा रहा है। उसे दुगने करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में राज्य खाद्य प्रसंस्करण योजना मृदा प्रशिक्षण एवं परीक्षण कार्य की योजना, मसाला मिर्च को प्रोत्साहन देने हेतु अनुदान पर भी चर्चा की बैठक में उन्होंने चाय विकास बोर्ड, हर्बल सैन्टर, जड़ी-बूटी शोध एवं विकास, संगन्ध पौधा के साथ-साथ भेषज विकास विभाग तथा रेशम विकास द्वारा संचालित हो रही योजनाओं की भी जानकारी लेते हुए अधिकारियाकें से पात्र व्यक्तियों को तुरन्त योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन करने को कहा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव उद्यान डाॅ0 रणवीर सिंह, निदेशक उद्यान डाॅ0 बी0एस0नेगी, संयुक्त निदेशक उद्यान, आर0सी0 श्रीवास्तव एवं उद्यान विभाग के वैज्ञानिक एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।