देहरादून: प्रदेश के शिक्षा मंत्री उत्तराखण्ड सरकार मंत्री प्रसाद नैथानी ने आज विधान सभा स्थित सभा कक्ष में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक में उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकरियों से कहा कि आज की प्रतिस्पर्धा की दौड़ में सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को भी बुनियादी तौर पर कम्प्यूटर शिक्षा से जोड़ें। इसकी शुरूआत प्राइमरी विद्यालयों से की जाय। इसके साथ ही हाईस्कूल एवं इण्टर मिडिएट के छात्र/छात्राओं को स्कील डेवल्पमेन्ट से जोड़ा जाय।
जिससे वह घर बैठे जीविकोपार्जन कर सके। आज का युग कम्प्यूटर का युग है। इस लिये बच्चों को उक्त शिक्षा से जोड़ते हुए उसका स्कील डेवल्पमेन्ट कर विकास करें। इस कार्य को विकसित करने के लिये विभागीय स्तर पर ऐसे ग्रुप अथवा एजेंसी से टाईअप करने के निर्देश दिये।
बैठक में उन्होंने पूरे प्रदेश का डेटा वेस तैयार करने के निर्देश भी उच्च अधिकारियों को दिये। जिससे पूरे प्रदेश के बच्चों का विवरण देख सकें व उनके अभिभावकों से शिक्षा में गुणवत्ता सुधार हेतु सुझाव व शिकायतें भी प्राप्त कर सकें। उनके द्वारा बच्चे की अभिरूचि के विषय में भी जानकारी प्राप्त की जा सके। उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के अभिभावकों को भी सहभागिता लाना चाहते हैं। पूरी डाटा बेस के आधार पर मीड-डे मिल (मध्याह्न भोजन) की स्थिति से भी वकिफ हुआ जा सकेगा। इसके लिए उन्होंने दिसम्बर तक इस डाटा बेस को पूर्ण करने के निर्देश महानिदेशक शिक्षा को दिये।
बैठक मंे उन्होंने अनिवार्य स्थानान्तरण/अनुरोध के आधार पर स्थानान्तरण की प्रगति की भी समीक्षा करते हुए कहा कि स्थानान्तरण में बिमारी, पुत्र-पुत्री की बिमारी, विकलांगता, दुर्घटना में घायल, अर्द्ध-सैनिक बल, विधवा, तलाकशुदा एवं संवर्ग परिवर्तन वाला स्थानान्तरण का कैटेगरी वाईस सूची बनायें जिससे उक्त स्थानान्तरण पर अग्रिम कार्यवाही यथा शीघ्र की जा सके। इसे साथ ही रिक्त्तियाॅं भी निकाले जिनके आधार पर स्थानान्तरण किया जा सके।
बैठक में उन्होंने प्रधानाचार्यों की नियमावली को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये जिससे जनवरी के प्रथम सप्ताह में प्रदेश के विद्यालयों में जहाॅं प्रधानाचार्य नहीं हैं, वहाॅं उन्हें भेजा जा सके इसके लिए उन्होंने प्रोमोशन में 5 विकल्प रखने की बात भी कही। प्रदेश में अभी प्रधानाचार्यों के 799 पद रिक्त हैं।
बैठक में उन्होंने संविदा के आधार पर प्रयोगशाला सहायकों एवं कार्यालय सहायकों को उपनल से नियुक्ति करवाने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये। उन्होंने प्रदेश के विद्यालयों में योगा और व्यायाम का प्रशिक्षण देने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिय बजट में व्यवस्था करने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये। बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिन विद्यालयों में पेयजल की सुविधा मुहैया नहीं है। वहाॅं तुरन्त पेयजल मुहैया करवाया जाय। इसके लिए विभाग के पास 8 करोड़ रूपये उपलब्ध हो चुके हैं।