देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की मा0 अध्यक्षा, श्रीमती सरोजनी कैन्तुरा द्वारा आज ऋषिकेश के नगरपालिका सभागार में महिला लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होने महिलाओं पर घरेलू हिंसा से पीडि़त सात महिलाओं की समस्या सुनी, जिसमें चार समस्याओं को उन्होने मौके पर निस्तारण किया तथा तीन महिलाओं को देहरादून में बुलाया गया है। इस अवसर पर उन्होने कहा कि घरेलू हिंसा एवं महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए महिला आयोग द्वारा राज्य के सभी जनपदों में महिला लोक अदालतों का आयोजन किया जा रह है, जिसमें महिलाओं पर हो अत्याचार की घटनाओं सुनकर उसका निवारण किया जा रहा है। उन्होने महिलाओं से अपेक्षा की है यदि किसी महिला पर कोई अत्याचार या जुल्म होता है तो वह सहन न करे वह तुरन्त महिला हेल्पलाईन 181 एवं 190 पर तत्काल काल करें तथा पुलिस कन्ट्रोल रूम 100 नम्बर पर भी घटना की शिकायत की जा सकती है। उन्होने कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है जिससे योजनाओं को लाभ लेकर आत्मनिर्भर हो सकती हैं। उन्होने महिला लोक अदालत में उपस्थित आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से अपेक्षा की है कि वे सरकार द्वारा जो योजनाएं संचालित की जा रही है उनका प्रचार-प्रसार कर अपने क्षेत्रों में जानकारी दे सकते है। उन्होने कहा कि महिलाओं के कल्याण हेतु समाज कल्याण विभाग द्वारा तीलू रौतेली पैंशन योजना, गौरा देवी कन्याधन योजना, एवं बाल विकास द्वारा नन्दादेवी योजना, मुख्यमंत्री महिला सत्त आजीविका प्रचार योजना, महिला किशोरी आधारित प्रशिक्षण योजना, महिला स्वंय सहायता समूह के माध्यम से आत्ममनिर्भर बनाना आदि कई महत्वकांक्षी योजनाएं संचालित की जा रही जिसके माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती है। उन्होने सभी महिलाओं से अपेक्षा की है कि सरकार की योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठायें जिससे वे आत्मनिर्भर हो सके।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती कृष्णा खत्री, विधिक अधिकारी वी.आर. सिंह, सदस्य सचिव राज्य महिला आयोग रविन्द्री मन्द्रवाल सहित समाज कल्याण बाल विकास, पुलिस जल संस्थान आदि के विभागों के अधिकारियों सहित क्षेत्र की कई महिलाएं एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां मौजूद थी।