चैंपियंस लीग का दूसरे चरण का सेमीफाइनल शुरू होने से पहले लिवरपूल पहले चरण में 2-0 से जीत हासिल कर दो गोल की बढ़त पर था, लेकिन अपने घर में खेल रही विलारियल ने दो गोल की बढ़त को न सिर्फ खत्म कर दिया बल्कि लिवरपूल की लीग के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी खतरे में डाल दिया।
मंगलवार की रात को खेले गए दूसरे चरण के सेमीफाइनल में विलारियल 62 मिनट तक 2-0 की बढ़त पर था, लेकिन लिवरपूल ने अगले 12 मिनट में तीन गोल कर ला सेरमिका स्टेडियम में मुकाबला 3-2 से जीत लिया। इस जीत के साथ इंग्लिश फुटबॉल क्लब 5-2 के गोल औसत के साथ लीग के फाइनल में पहुंच गया। जहां उसकी टक्कर मैनचेस्टर सिटी और रियल मैड्रिड के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल केविजेता से 28 मई को पेरिस में होगी।
पांचवें सत्र में तीसरी बार फाइनल में लिवरपूल
0-2 से पीछे होने के चलते एक समय यह लगने लगा था कि एक छोटा सा स्पेनिश क्लब मौजूदा फुटबॉल पावरहाउस क्लब को लीग से बाहर करने जा रहा है। अगर ऐसा होता तो लिवरपूल के सातवें यूरोपियन खिताब की उम्मीदें ध्वस्त हो जातीं, लेकिन अंत में ऐसा नहीं हुआ। इस जीत के साथ लिवरपूल ने पांचवें सत्र में तीसरी बार लीग के फाइनल में जगह बनाई।
41 मिनट में दो गोल किए विलारियल ने
बोलाए दिआ ने तीसरे मिनट में ही विलारियल को बढ़त दिला दी। 41वें मिनट में फ्रांसिस काक्युएलिन ने एक और गोल कर बढ़त दो गोल कर दी। दूसरे हॉफ की शुरुआत में भी लिवरपूल को बराबरी का मौका नहीं मिला। 62वें मिनट में फैबियानो, 67वें मिनट में अतिरिक्त खिलाड़ी लुइस डियाज और 74वें मिनट में दिग्गज सेनेगल के स्ट्राइकर सादियो माने ने गोल कर मेजबानों के खेमे में खलबली मचा दी।
विलारियल के लिए रही सही कसर 85वें मिनट में पूरी हो गई जब कैपेउ को रेफरी ने पीला कार्ड दिखाया,लेकिन यह उनका दूसरा पीला कार्ड था जिसके चलते उन्हें मैदान से बाहर भेज दिया गया। अंतिम बार कोई यूरोपीय खिताब लिवरपूल ने 2019 में जीता था, जबकि इस लीग के 10वीं बार फाइनल में पहुंचनें में यह क्लब सफल रहा है।
अगले वर्ष लीग में खेलेगा यूक्रेनी क्लब शख्तार
महज 50 हजार की जनसंख्या वाले छोटे से शहर विलारियल ने इस बार चैंपियंस लीग में जुवेंट्स और बायर्न म्यूनिख जैसे क्लबों को बाहर का रास्ता दिखाकर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन इस हार के साथ उसकी अगले वर्ष होने वाली लीग से विदाई हो गई है। विलारियल की जगह यूक्रेन का क्लब शख्तार दोनेत्सक लेगा, जिसे यूक्रेन पर रूसी हमले के चलते अगले वर्ष की लीग में सीधे प्रवेश दिया गया है।