लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद बलिया में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी के गांव सिताबदियारा जयप्रकाशनगर का भ्रमण किया। मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर जनपद बलिया के विकास से सम्बन्धित
3638.25 करोड़ रुपये लागत की 144 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने जयप्रकाशनगर में 20 बेड के कोविड अस्पताल का लोकार्पण एवं 50 बेड के फील्ड अस्पताल का शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री जी राज्यसभा के उप सभापति श्री हरिवंश के घर भी पहुंचे और इस सुदूर इलाके के विकास पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर आयोजित एक जनसभा में जयप्रकाशनगर क्षेत्र के महान सन्त श्री सेवादास, लोकनायक श्री जयप्रकाश नारायण एवं पूर्व प्रधानमंत्री श्री चन्द्रशेखर की स्मृतियों को प्रणाम करते हुए कहा कि आज का दिन उनकेे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज एक साथ कई कार्य सम्पन्न हो रहे हैं। आज अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया के अनेक देश भारत की ऋषि परम्परा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे हैं और योग को अपना रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस क्षेत्र के महान संत श्री सेवादास ने आज से पचास वर्ष पूर्व इस क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य सुविधा के लिए कार्य किया था, इसके लिए मैं उनको नमन करता हूं। श्री सेवादास के द्वारा खोला गया उस समय का अस्पताल, जो आज खण्डहर हो चुका है, उसको बेहतर बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उप सभापति श्री हरिवंश जी के कहने पर आज मुझे उनके गांव आने का सौभाग्य मिला है। यह गांव दो नदियों के तट पर होने के कारण कभी अभिशाप माना जाता था। लेकिन प्रदेश सरकार के प्रयासों से अब यह वरदान साबित होगा।
गंगा जी में जल मार्ग शुरू हो गया है, जिसका लाभ भी तटवर्ती लोगों को मिलेगा। नदी किनारे उत्पादित सब्जी, दाल आदि को जलमार्ग से देश-विदेश भेजने का कार्य होगा। यहां रोजगार की अपार सम्भावनाएं पैदा होंगी। राज्य सरकार जयप्रकाशनगर स्थित विभिन्न विद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए जितनी धनराशि की आवश्यकता होगी, स्वीकृत की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एक महापुरुष पैदा होता है, तो सदियों तक लोग उससे प्रेरणा लेते हैं। जब देश का लोकतंत्र खतरे में था, तो माँ गंगा व माँ सरयू की प्रेरणा से जयप्रकाश जी ने आंदोलन के जरिए लोकतंत्र को संजीवनी देने का कार्य किया था। चंद्रशेखर जी ने अपने बेबाक भाषणों से उसे नई दिशा दी थी। अब उनके विचारों को आगे ले जाने का काम हरिवंश जी कर रहे हैं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने जयप्रकाशनगर स्थित प्रभावती देवी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में हरिशंकरी के पौधों का रोपण किया। उन्होंने परिसर में स्थित तालाब को और बेहतर बनाए जाने के निर्देश दिए, ताकि छठ पूजा सहित अन्य विभिन्न कार्यों में इसका सदुपयोग हो सके। मुख्यमंत्री जी वहां गर्भवती महिलाओं की गोदभराई एवं बच्चों के अन्नप्राशन संस्कार कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए।
राज्य सभा के उप सभापति श्री हरिवंश ने कहा कि महात्मा गांधी जी के विकास का पैमाना समाज का अंतिम आदमी था। ठीक उसी तरह यह गांव जिले का सबसे अंतिम गांव है। यहां के लोगों की परेशानी मैंने नजदीक से देखी है। लेकिन आज खुशी है कि यहां बेहतर अस्पताल खुला है, आधुनिक मशीनें लगी हैं, जिनके जरिए बेहतर चिकित्सा सेवा यहां के लोगों को मिल सकेगी। वह सेवा, जिसके लिए लोगों को दूर जाना पड़ता था। सबसे अच्छी बात कि यहां जनपद बलिया तथा बिहार के जनपद छपरा व आरा के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त होंगी।
यहां के स्कूल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सौजन्य से स्मार्ट क्लास की शुरुआत हुई है, जो कि इस सुदूर क्षेत्र के लिए नई बात है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोग जयप्रकाश जी के संघर्ष, जीवन दर्शन एवं उनके विचारों से सीख लें और उसे अपने जीवन में अपनाएं। गांव को नशामुक्त बनाएं। गांव के युवाओं को शिक्षा के प्रति प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि आज इस अवसर पर जयप्रकाशनगर से प्रदेश के अन्य क्षेत्रों को जोड़ने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 03 बसों को रवाना किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न विकास कार्यों के जरिए गांव के लिए एक नया अध्याय लिखा है। जनभागीदारी से हम सब इसको आगे बढ़ाते हुए और बेहतर बनाने का संकल्प लें।
परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि इस लोकनायक की धरती पर मुख्यमंत्री जी का एक वर्ष के अन्दर दूसरी बार आना सौभाग्य की बात है। सौभाग्य की बात है कि आज यहां के चिकित्सालय का नाम लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की पत्नी श्रीमती प्रभावती देवी जी के नाम पर किया गया है। मुख्यमंत्री जी एक-एक कर जनपद बलिया को नई-नई सौगातें दे रहे हैं और जल्द ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास करने बलिया आएंगे।
इस अवसर पर आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री श्री दानिश आजाद अंसारी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।