लखनऊः प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि हमारा राष्ट्र स्वच्छता के प्रति बेहद जागरूक है। स्वच्छता हमारी संस्कृति रही है। हम साफ-सफाई करने के आदी रहे हैं। महिलाएं सुबह से ही घर को साफ-सुथरा कर लेती थी। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं भी अपने विद्यार्थी जीवन में घर की साफ-सफाई करता रहा हूँ। हमें अपना स्वभाव परिवर्तन कर स्वच्छता को आदत में लाकर इसे नित्य क्रिया में शामिल करना होगा। उन्होंने कहा कि स्वच्छता अभियान के कारण ही घर-घर शौचालय बनाये गये और लोगों को खुले में शौच से मुक्ति मिली।
श्रम मंत्री श्री स्वामी प्रसाद मौर्य आज अपर श्रम आयुक्त कार्यालय लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम ‘सर्वग्राही स्वच्छता सप्ताह’’ के अवसर पर बोल रहे थे। उन्हांेने प्रधानमंत्री मोदी जी के जन्मदिन 17 सितम्बर के अवसर पर 14 से 20 सितम्बर तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान ‘सेवा सप्ताह’ का शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी और प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के नेतृत्व में चले स्वच्छ भारत अभियान को सभी लोग ‘स्वच्छता ही सेवा, सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति, जल संरक्षण व संवर्धन’ के संकल्पों के साथ अपनायें।
इस अवसर पर श्रम मंत्री ने कार्यालय परिसर में झाड़ू लगाकर साफ-सफाई की तथा नाली से गुटका-पन्नी उठाकर स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने पूरे कार्यालय भवन का निरीक्षण कर परिसर की साफ-सफाई कराने तथा इसे हमेशा साफ-सुथरा रखने के जरूरी निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कार्यालय परिसर के लाॅन में प्रमुख सचिव श्रम श्री सुरेश चन्द्रा के साथ आम के दो पौधों का रोपण किया तथा पौधों को फलदार वृक्ष बनाने के लिए इन्हें ट्री-गार्ड से घेरने के भी निर्देश दिये।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन श्री सुरेश चन्द्रा ने कहा कि स्वच्छता से ही हम एक खुशहाल एवं स्वस्थ जीवन प्राप्त कर सकते हैं। इससे तमाम बीमारियों को पनपने से पहले ही रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छता ही जीवन है’ कहें तो अनुचित न होगा। केन्द्र और प्रदेश सरकार के जनजागरूकता से स्वच्छ भारत अभियान को काफी सफलता मिली है। इस अवसर पर अपर श्रमायुक्त श्री बी.के. राय, सहायक श्रमायुक्त श्री रवि श्रीवास्तव व आर.एम. तिवारी और श्रम प्रवर्तन अधिकारियों के साथ कार्यालय के कर्मचारी उपस्थित थे।