लखनऊ: समाजवादी पार्टी मुख्यालय स्थित सभागार में किसान नेता व भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चैधरी चरण सिंह की जयंती ‘‘किसान दिवस’’ के रूप् में मनायी गई। इस उपलक्ष्य में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता व सचिव दीपक मिश्र द्वारा चैधरी चरण सिंह के व्यक्तित्व विचार व विरासत पर केन्द्रित पुस्तक ‘‘चैधरी चरण सिंह’’ का विमोचन विधान परिषद सदस्य डा0 अशोक बाजपेयी एवं समाजवादी पार्टी के प्रदेश महासचिव ओम प्रकाश सिंह ने किया। इस अवसर पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रदेश महासचिव ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि चरण सिंह किसानों एवं कमजोरों को मुख्य धारा में लाने के लिए सदैव प्रयासरत रहे। उनके महाप्रयाण के बाद यह दायित्व नेताजी मुलायम सिंह यादव व समाजवादी पार्टी निभा रही है। चैधरी चरण सिंह ने हमेशा तानाशाही व हर तरह के मानवीय अन्याय का प्रतिकार किया। श्री मुलायम सिंह यादव चैधरी चरण सिंह के राजनीतिक मानस पुत्र हैं जो उनकी विरासत को पूरी प्रतिबद्धता से आगे बढ़ा रहे हैं।
डा0 अशोक बाजपेयी ने कहा कि जमींदारी का उन्मूलन कर जो भूमि सुधार और किसानों के हित की शुरूआत चैधरी साहब ने किया था, उसे नई राजस्व संहिता लागू कर शिवपाल सिंह यादव ने गति प्रदान की। चैधरी साहब डा0 लोहिया की तरह गांधीवादी समाजवाद के प्रबल पैरोकार थे। किसानों का भला केवल लोहिया व चरण सिंह की नीतियो ंसे ही सम्भव है। लोकभूषा व लोकभाषा की जो राजनीति लोहिया व चरण सिंह की थी वही मुलायम सिंह यादव की है।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता व सचिव दीपक मिश्र ने कहा कि चैधरी चरण सिंह अर्थशास्त्र व कृषि के उत्कट विद्वान थे। उन्होंने नोटबंदी को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अव्यवहारिक व हानिकर बतलाया था। मोरारजी देसाई ने नोटबंदी की थी जिसे चरण सिंह ने प्रधानमंत्री बनने के बाद समाप्त कर दिया। चरण सिंह को ‘‘भारतरत्न’’ घोषित न करना केन्द्र सरकार की गांव, गरीब व किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। समाजवादियों की मांग है कि चैधरी साहब के योगदान को सम्मान देते हुए केन्द्र सरकार तत्काल ‘‘भारतरत्न’’ घोषित करें। उनके पूर्व और पश्चात के सभी प्रधानमंत्रियों को भारत रत्न मिल चुकाहै।
स्ंगोष्ठी को उच्च शिक्षा मंत्री शारदा प्रताप शुक्ला, पूर्व मंत्री व विधायक नारद राय, प्रदेश सचिव रघुनन्दन सिंह ‘‘काका’’ विधान परिषद सदस्य मधु गुप्ता, मो0 शाहिद व कार्यालय सचिव वीरेन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित किया।