छठ का महा पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता हैं। छठ पूजा में छठी मैया की पूजा के साथ सूर्य देवता की उपासना का भी विशेष महत्व होता हैं। चार दिन के इस पर्व में सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया जाता हैं और अगले दिन सूर्योदय के समय भी सूर्य देवता को अर्घ्य दिया जाता हैं। ऐसा कहा जाता हैं कि रोजाना सूर्य देवता को अर्घ्य देने से स्वर्ग की प्राप्ति होती हैं वही कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्टी तिथि को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने से भौतिक सुख, समृद्धि और संपदा की प्राप्ति होती हैं।
ज्योतिषशास्त्र के मुताबिक सूर्य शासन सत्ता के ग्रह माने जाते हैं आप नौकरी करते हैं और आपको अपने काम में सफलता प्राप्त नहीं हो रही हैं तो कार्तिक मास में सूर्य की पूजा करें और जल का अर्घ्य अवश्य ही सूर्य देवता को प्रदान करें। आपकी सभी समस्याओं का अंत हो जायेंगा और नौकरी में सफलता हासिल होगी।
वही सूर्य देवता को अर्घ्य देने से मनुष्य के जीवन में कभी भी किसी चीज की कमी नहीं होती हैं अगर आप कोई विशेष कार्य करना चाहते हैं और उसमें शतप्रतिशत सफलता प्राप्त करना हैं तो सूर्य की उपासना उत्तर मानी जाती हैं ऐसे लोगो को विधिपूर्वक छठ व्रत करना चाहिए। वही मनुष्य को अपने अच्छे स्वास्थ्य, ज्ञान और बुद्धि के लिए सूर्य की पूजा करनी चाहिए और उनको अर्घ्य भी देना चाहिए। सूर्य को हमेशा ही तांबे के पात्र से ही जल देना चाहिए। क्योंकि तांबे पर सूर्य देवता का अधिपत्य होता हैं। उनको अर्घ्य देने से आंखें स्वस्थ्य बनी रहती हैं।