बिहार में चैती छठ को लेकर पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है. हर जगह छठ गीतों से माहौल गुंजायमान है. जी हां, आपको पता होगा कि चैत्र नवरात्र चल रहा है. इस बीच चार दिवसीय छठ की भी तैयारी पूरे जोर-शोर से चल रही है. नहाय-खाय के साथ शुरू हुए इस महापर्व में कल छठव्रतियों ने खरना का प्रसाद खाया. इसके बाद आज शाम को भगवान् भास्कर को अस्ताचलगामी व शुक्रवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोग नदी-तालाब पर उमड़ेंगे.
बता दें कि महापर्व छठ को लेकर बुधवार को निर्धारित समय में छठ व्रतियों ने खरना अनुष्ठान किया. जिसके बाद लोग छठ का प्रसाद पाने के लिए उमड़ पड़े. हिदू समाज के लोगों ने अपने परिचितों, सगे संबंधियों के अलावा प्राय: हर घर में जाकर खरना का प्रसाद ग्रहण किया.
इधर छठ के अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के समय से पहले सड़क की साफ-सफाई और धोने का काम लोगों ने शुरू कर दिया है. वहीँ सुरक्षा की बात करें तो प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. प्रशासन की व्यवस्था पूरी तरह से टाइट है ताकि छठव्रतियों को छठ घाट जाने के रास्ते में कोई कष्ट नहीं हो. इधर छठ महापर्व में विशेषकर चैती छठ पर्व का उल्लास ही अलग बना है.
वहीँ घाटों की बात करें तो घाटों पर पानी के अंदर सुरक्षित दूरी तक बैरिकेडिंग का काम भी पूरा कर लिया गया है. घाटों पर बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं को देखते हुए पेयजल के लिए पटना नगर निगम के द्वारा पानी का टैंकर उपलब्ध कराया गया है.