देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को देहरादून के पलटन बाजार स्थित सीएनआई इंटर कालेज में ‘मुख्यमंत्री महिला सतत् आजीविका योजना‘ के अन्तर्गत ‘‘महिला मेहन्दी मण्डल हेतु स्वरोजगार की पहल‘‘ व ‘हरियाली तीज‘ के अवसर पर महिलाओं व किशोरियों के लिए रियायती दरों पर मेहन्दी लगवाने हेतु कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया।
‘हरियाली तीज‘ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विभागों व महिला स्वयं सहायता समूहों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के द्वारा राज्य सरकार के महिलाओं को सशक्त बनाने के लक्ष्य को एक अभियान के तौर पर शुरू किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिलाएं जिस जिस विभाग का नेतृत्व कर रही हैं, वह विभाग अपने क्षेत्रों में बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं। यहाँ तक कि ग्राम सभा व ग्राम पंचायतें भी बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं। महिलाओं के विकास हेतु सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से बहुत से महिला स्वयं सहायता समूह लाभान्वित हुए हैं। और आज वे सभी समूहों हमारी उम्मीदों से अच्छा कार्य कर रहे हैं। सरकार की कोशिश है कि इन समूहों द्वारा तैयार किये गए उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए सरकारी विभागों को भी निर्देशित किया गया है कि सामग्री की खरीद में स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों को प्राथमिकता दी जाए यदि विभागों द्वारा खरीदी जाने वाली सामग्री के लिये नियमावली में संशोधन की आवश्यकता है तो उसे भी किया जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की ऐंपण कला की मांग लगातार बढ़ रही है, इसके लिये अमेरिका व जर्मनी से भी आॅर्डर मिल रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार राज्य की प्रत्येक बहन बेटी के साथ है। एक छोटा सा सहारा किसी का जीवन बदल सकता है। राज्य सरकार उन सब का सहारा बनेगी। विभागों व नेताओं द्वारा इन स्वयं सहायता समूहों को गोद लेने हेतु आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें इन समूहों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इसके लिये सरकार द्वारा अक्टूबर माह तक सभी स्वयं सहायता समूहों के खाते खोलकर रू0 5000 सीड मनी के तौर पर जमा कराये जा रहे हैं। इसके बाद स्वयं सहायता समूह कोई कार्य शुरू करते हैं तो उन्हें रू0 20,000 से रू0 25,000 तक विशेष अनुदान दिया जाएगा। इसके साथ ही महिला स्वयं सहायता समूहों के वार्षिक लाभांश पर 5 प्रतिशत बोनस भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि मुझे खुशी है कि सरकार द्वारा बेटी के जन्म से लेकर उसकी वृद्धावस्था तक के लिये कोई ना काई योजना बनाई गयी है। उन्होंने कहा कि तीज के अवसर पर अगले वर्ष आयोजित होने वाले कार्यक्रम में विजेताओं की संख्या को और बढ़ाया जाएगा।
इस दौरान मुख्यमंत्री श्री रावत सहित अन्य अधिकारियों ने भी मेहंदी लगवाई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों का अवलोकन भी किया। साथ ही मुख्यमंत्री श्री रावत ने सी.एन.आई. इण्टर काॅलेज परिसर में रूद्राक्ष के पौधा भी लगाया।
कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि महिला सतत् आजीविका योजना के तहत निसबड द्वारा 40 महिलाओं को मेहंदी लगाने का प्रशिक्षण दिया गया है। कार्यक्रम में मेहंदी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है जिसमें विजाताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा। विजेताओं को प्रथम पुरस्कार के रूप में 25 हजार रूपए, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 15 हजार रुपए व तृतीय पुरस्कार 11 हजार रुपए प्रदान किये जाएंगे।
कार्यक्रम में विधायक राजकुमार, नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष नीनू सहगल, प्रमुख सचिव राधा रतूड़ी, सचिव भूपिन्दर कौर औलख, अपर सचिव विम्मी सचदेवा, जिलाधिकारी देहरादून रविनाथ रमन सहित महिला मंगल दल व महिला स्वयं सहायता समूह उपस्थित थे।