देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ‘‘मुख्यमंत्री महिला सत्त आजीविका योजना’’ में प्रथम प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। मोथरेावाला स्थित सपेरा बस्ती में
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित योजना के तहत फेशन डिजाईनिंग पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि गांव-गांव में महिला उद्यमी बनाने के लिए अभियान प्रारम्भ किया जाएगा। मास्टर क्राफ्ट वूमेन तैयार की जाएंगी। राज्य की प्रत्येक महिला किसी न किसी आर्थिक गतिविधि से जुड़ी होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उŸाराखण्ड में महिला व बाल कल्याण में बहुत सी महत्वपूर्ण पहलें की गई हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रारम्भ योजनाओ ंसे जुड़कर महिलाओं के जीवन में खुशहाली का रास्ता बनेगा। महिला सशक्तिकरण की योजनाओं के माध्यम से हम यह संदेश देना चाहते हैं कि बालिकाएं हमारे लिए देवी का रूप हैं। महिला के जन्म से लेकर वृद्धावस्था तक कोई न कोई ऐसी योजना जरूर है जिससे हमारी बहनें लाभान्वित हो रही है। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियांे के काम की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी को इनके लिए पूर्व में घोषित 5 करोड़ रूपए के रिवाॅल्विंग फंड व एक हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि जल्द जारी करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें अपने उत्पादनों को बढ़ावा देना चाहिए। मंडुवा, महिलाओं में रक्ताल्पता को दूर करने में सहायक है। उन्होंने कहा कि ‘‘यदि पत्नी से है प्यार तो मंडूवे को करें स्वीकार’’। महिला स्वयं सहायता समूह बहुत उत्साह से काम कर रहे हैं। हमें इनके उत्पादों को प्राथमिकता देनी चाहिए। जिन समूहों द्वारा सबसे ज्यादा मंडूवे की मिठाई या बिस्कुट बेचेगा, उन्हें 21 हजार रूपए दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हाथ से बनी वस्तुओं का प्रचलन है। हमें हस्तकला को अपनाना चाहिए। कोई भी कमजोर महिला ऐसी नहीं रहेगी जो किसी न किसी योजना से लाभान्वित नहीं हो रही होगी। हम पुलिस व पीआरडी में महिलाओं की भर्ती कर रहे हैं। विकलांग बच्चों के लिए पोषण राशि, विक्षिप्त पति की पत्नी, परित्यक्ता महिलाओं, एकाकी महिलाओं के लिए पेंशन प्रारम्भ कर रहे हैं।
केबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि सरकार ज्यादा से ज्यादा जनसुविधाएं विकसित कर रही है। अधिक से अधिक लोगों को विकास में भागीदार बनाया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत ने विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया और ‘‘नंदा देवी कन्या योजना-हमारी कन्या हमारा अभिमान’’ योजना के तहत 10-10 हजार रूपए के चैक वितरित किए। निस्बड की डा. पूनम सिन्हा ने बताया कि सपेरा बस्ती की महिलाओं को निस्बड (NEISBUD) के माध्यम से 4 जनवरी से 4 फरवरी 2016 तक एक माह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। प्रशिक्षण के उपरांत स्वरोजगार के लिए बैंक लोन में इन्हें सहयोग किया जाएगा। इनके उत्पादों की मार्केटिंग के लिए ‘‘सृष्टि’’ संस्था से लिंकअप किया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर सचिव विम्मी सचदेवा, डीएम रविनाथ रमन सहित अन्य विभागीय अधिकारी व बड़ी संख्या में क्षेत्रीय लोग उपस्थित थे।
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