25 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

बुन्देलखण्ड यात्रा पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश
लखनऊ: लखनऊ से ललितपुर की 425 किमी की दूरी पार करते हेलीकाप्टर की उड़ान में मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव

के साथ मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी भी थे। एक महीने में दूसरी बार मुख्यमंत्री जी वीरों की धरती बुन्देलखण्ड की यात्रा पर थे। वे चिंतित है कि सूखे कंठो और अकड़ी आंतो में कैसे जीवन का संचार हो। दूर-दूर तक बंजर खेतो पर सिर पर हाथ धरे भविष्य की चिंता में घुलते किसान का दयनीय हाल। मुख्यमंत्री जी बराबर सोचते है कि यहाँ की अनुपजाऊ होती भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए क्या किया जाए। आर्गेनिक खेती का भी सुझाव आता है। दीघकालीन योजनाओं के कई रेखाचित्र उनके मस्तिष्क में बन बिगड़ रहे हैं।
         गड़गड़ाहट के साथ हेलीकाप्टर से मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव उतरते हैं तो उनके साथ उम्मीदों और राहत का एहसास भी छलकता है। ललितपुर के गिन्नौर बाग बाबा शाह मैदान में चिलचिलाती धूप में भी हजारों लोग मौजूद है। ये लोग बड़ी उम्मीदें लेकर आए हैं। अखिलेश जी पर उनका भरोसा है। बिजली प्लांट का ललितपुर में समाजवादी सरकार के समय ही मुख्यमंत्री जी द्वारा उद्घाटन हुआ था।
         श्री अखिलेश यादव किसान परिवार से है और फसल खराब होने पर किसान की मुसीबत को बाखूबी समझते हैं। पिछली सरकारों ने बुन्देखण्ड की उपेक्षा की। फलतः आज यहाँ भयंकर सूखा है। संवेदनशील मुख्यमंत्री जी ने पहले भी राहत सामग्री बाँटी थी। इस बार उसमें 10 किलों चावल, 200 ग्राम हल्दी और 01 किलो नमक और एक किलो चीनी भी बढ़ाकर दी जा रही है। इससे पहले 25 किलो आलू, 10 किलो आटा, 05 किलो चावल, 05 लीटर सरसों का तेल, 01 किलो शुद्ध देशी घी तथा बच्चों के लिए प्रति परिवार एक किलो मिल्क पाउडर का पैकेट दिया। इसके अतिरिक्त यहाँ दो रुपये किलो गेहूँ और तीन रुपये किलो चावल दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने चार महीने के लिए खाद्य सामग्री मुफ्त उपलब्ध कराने का भी फैसला किया है। जरुरतमन्दों को साइकिले भी बाँटी गई है।
          मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जनसभाओं के साथ जनसम्पर्क कर सीधे संवाद भी किया। लाभार्थियों में एक महिला ने कहा कि वह सुबह से बिना कुछ खाए आई है तो दूसरे ने कहा कि वह सिर्फ चाय पीकर आई हैं। मुख्यमंत्री जी दुखित थे उन्होंने कहा कि अब घर जाकर खाना जरुर बनाना, आपकी पूरी व्यवस्था की है। जब तक सूखा रहेगा प्रत्येक माह राशन मिलेगा। कोई चूल्हा ठंडा नही रहेगा।
          लू के थपेड़ो के बीच ललितपुर से 30 किमी दूर तहसील तालबेहट में पशुओं के लिए चारा-पानी की व्यवस्था का भरोसा दिलाया। पेयजल की व्यवस्था होगी। आर0ओ0 वाटर भी मिलेगा। श्री अखिलेश यादव ने इस बात पर खेद जताया कि बड़े लोग लोन पर लोन ले लेते हैं जबकि किसानों को कोई मदद नही मिलती है।
          लड़वारी में श्रीमती हंसवारी और उनके पति परमा ने ऐसी बात बताई जिससे पता चलता  है कि समाजवादी सरकार के खिलाफ किस हद तक दुष्प्रचार किया जा रहा है। स्थानीय महिलाओं का कहना है कि बथुवा भाजी को घास की रोटी बताकर गरीबोे का मजाक उड़ाया गया और उन्हें अपमानित किया गया। ललितपुर में देवगढ़ के रास्ते में जाखलोन कस्बा है यहाँ सैपुरा गाँव गढ़ौली में गाँव वासियों से मुख्यमंत्री जी ने भेंट की। उन्होंने जाखलौन बंदर गुडा डैम का भी निरीक्षण किया। देवगढ़ में यूपी टरिज्म के गेस्ट हाउस के ठीक सामने बलराम यादव का घर है। वहाँ परिवारी जन टीवी देख रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने अपनी कार में बैठे-बैठे यह देखा और फिर पूछ ही लिया कि कौन सी फिल्म देख रहे हो ?
Chief Minister Akhilesh Yadav on Bundelkhand travel
           ललितपुर स्थित देवगढ़ जैन तीर्थस्थल के रुप में विख्यात है। यह जगह बेतवा नदी के तट पर स्थित है। यहाँ गुप्त, गुर्जर, प्रतिहार, गोंड, मुगल, चन्देल और मराठों के वंश के कई ऐतिहासिक स्मारक और किलें आज भी मौजूद है। देवगढ़ किले में 31 जैन मन्दिर है। 8वीं और 9वीं सदी में इनका निर्माण हुआ था। सबसे सुन्दर मन्दिर जैन तीर्थंकर शांतिनाथ का है। मुख्यमंत्री जी ने जैन तीर्थंकरों के दर्षन किये और इस स्थल को पर्यटन स्थल के रुप में विकसित करने का भरोसा दिलाया। वहाँ पुराने समाजवादी श्री मुरारी लाल जैन ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री जी जहाँ भी गए वहाँ उनके स्वागत में बच्चे, बूढ़े, महिलांए, किसान सभी बड़ी संख्या में आए थे। घंटो उनके इंतजार में लोगो ने धूप की परवाह भी नही की। जहाँ-जहाँ से भी मुख्यमंत्री जी गुजरे दर्जनो स्थानों पर गाँव-गाँव वहाँ की महिलाओं, गरीब, किसानो एवं उनके बेटियाँ स्वागत में सिर पर कलश रखे हुए कतारबद्ध खड़ी थी।
           सदियों से गरीबी की मार झेल रहे बेकारी से पस्त नौजवानों के चेहरों पर, जब भी मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव उनके बीच जाते हैं, भरोसा और उम्मीदों की चमक दिखाई देने लगती है। वैसे पिछले चार सालों में समाजवादी सरकार से सिंचाई की सुविधा पाकर हमीरपुर सहित कई जनपदों में खेतों में फसल भी लहलहाती नजर आई है। ऐसे ही ललितपुर से वापसी में जब अंधेरा हो गया था तो हेलीकाप्टर से नीचे गाँवों में रोशनी देखकर उन्होंने कहा कि बिजली से अब गाँव रोशन हो रहे हैं। समाजवादी सरकार के वायदा के मुताबिक गाँवों में 14 घण्टा विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।
           मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने जबसे प्रदेश की बागडोर सम्हाली है बुन्देलखण्ड की समस्याओं के निदान में गहरी रुचि ली है। गाँव-गाँव तक शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजागार, बिजली-पानी की सुचारु व्यवस्था हो इसके लिए वे बराबर सोचते ही नही योजनाओं के कार्यान्वयन पर पूरी नजर भी रखते हैं। बुन्देलखण्ड में सूखा पड़ा तो किसानों की मदद में उन्होंने एक पल की देर नही की। केन्द्र सरकार से मदद की माँग की पर वहाँ से उपेक्षा का व्यवहार ही जारी है।
            मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश के विकास में जाति धर्म के भेदभाव के बिना जनहित को ध्यान में रखकर कई योजनांए लागू की है। जनता का विश्वास है कि समाजवादी सरकार ने प्रदेश का विकास किया है। बुन्देलखण्ड के लोगों का यह भी कहना है कि अखिलेश जी के कार्यो को देखते हुए उन्हें एक और मौका मिल जाए तो क्षेत्र की समस्याओं का स्थायी समाधान हो सकता है।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More