लखनऊः उत्तर प्रदेश में बुनकरों की परंपरागत ऊर्जा स्रोत (बिजली) पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री बुनकर सौर ऊर्जा योजना शुरू की जायेगी। इसक योजना के तहत हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।
यह जानकारी अपर मुख्य सचिव, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, डा0 नवनीत सहगल ने दी। उन्होंने बताया कि हथकरघा एवं पावरलूम बुनकरों को गैर पारंपरिक सौर ऊर्जा का लाभ दिलाने, पर्यावरण की रक्षा एवं बुनकरों को वस्त्र उत्पादन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में बनाये रखने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की जायेगी। इस योजना के तहत यूपीनेडा व चिन्हित एजेंसियों/संस्था के माध्यम से बुनकरों को सोलर इन्वर्टर दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के पावरलूम की पहचान करने, पावरलूम के तकनीकी उन्नयन एवं इस क्षेत्र में विभिन्न नीतिगत निर्णयों को लागू कराने के लिए उनका सर्वेक्षण कराया जायेगा। भारत सरकार द्वारा पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने हेतु अपेक्षित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने भी प्रदेश में संचालित पावरलूमों की जियोटैगिंग कराने का निर्णय लिया है।