लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि राज्य सरकार की ‘ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट’ नीति कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने में उपयोगी सिद्ध हुई है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 14 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 177 है।
जनपद अलीगढ़, अमेठी, अमरोहा, औरैया, अयोध्या, बदायूं, बागपत, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बिजनौर, चन्दौली, चित्रकूट, फतेहपुर, गाजीपुर, गोण्डा, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, कानपुर देहात, कासगंज, महोबा, मीरजापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, रामपुर, संतकबीर नगर, शामली, श्रावस्ती और सोनभद्र में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 1,74,632 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 07 करोड़ 81 लाख 42 हजार 992 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव में कोविड टीकाकरण एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच है। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण की प्रक्रिया तीव्र गति से चल रही है। राज्य में गत दिवस तक 10 करोड़ 39 लाख 95 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले चुके लोग समय से दूसरी डोज लें, इसके लिए उन्हें प्रेरित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी 75 जनपदों में न्यूनतम एक-एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए कृतसंकल्पित है। निरंतर किये गये प्रयासों के परिणामस्वरूप प्रदेश के 59 जनपदों में न्यूनतम एक मेडिकल कॉलेज क्रियाशील हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 16 जनपदों में पी0पी0पी0 मॉडल के आधार पर मेडिकल कॉलेज की स्थापना के सम्बन्ध में तेजी से प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, ताकि मेडिकल कॉलेज की स्थापना का कार्य प्रारम्भ हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने डेंगू व अन्य वायरल बीमारियों के सम्बन्ध में सर्विलान्स कार्य को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बुखार व संक्रमण के अन्य लक्षणों के संदिग्ध मरीजों की पहचान कर, उन्हें उचित परामर्श दिया जाए। अस्पतालों में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ, बेड, दवाओं तथा मेडिकल उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता बनायी रखी जाए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग का अभियान जारी रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का पूरा लाभ दिलाने के लिए कृतसंकल्पित हैै। आगामी 01 अक्टूबर से एम0एस0पी0 के तहत धान की खरीद प्रारम्भ हो रही है। उन्होंने कहा कि सभी धान क्रय केन्द्रों पर आवश्यक व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाढ़/अतिवृष्टि से हुई कृषि फसलों की क्षति का आकलन करते हुए प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाए। उन्होंने कहा कि जिनके मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, ऐसे प्रभावित व्यक्तियों की नियमानुसार क्षतिपूर्ति की जाए।