देहरादून: उत्तराखण्ड शीघ्र ही खेल के क्षेत्र में एक बड़ी प्रतिस्पर्धी ताकत के रूप में उभर कर सामने आएगा। बुधवार को महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टैडियम में
नवनिर्मित हाॅकी सिंथेटिक टर्फ का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि आधुनिक खेल सुविधाओं के क्षेत्र में हम पूरी ताकत से प्रवेश कर रहे हैं। वर्ष 2018 के नेशनल गेम्स की तैयारियों में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले समय में खेलों के क्षेत्र में उत्तराखण्ड की बड़ी प्रभावशाली उपस्थिति देखने को मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि देहरादून व हल्द्वानी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियम बनाए जा रहे हैं वहीं पिथौरागढ़, टिहरी, पौड़ी में पहले के स्टेडियमों को अपग्रेड किया जा रहा है। अगले वर्ष पिथौरागढ़ में स्पोर्ट्स कालेज प्रारम्भ हो जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी खेल अवस्थापना सुविधाएं विकसित करने के साथ ही खेल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। खेल विभाग को खेल प्रतियोगिताओं का वार्षिक केलेंडर बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि वर्ष 2018 के नेशनल गेम्स के लिए हम प्रदेश के लोगों में उत्साहित माहौल बनाने के लिए प्रयासरत हैं। हमें इन प्रयासों में खेल प्रशिक्षकों को प्रमुखता देनी होगी। खेल प्रशिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए हम नियमों में शिथिलता देने को भी तैयार हैं। खेल विभाग वरिष्ठ खिलाडि़यों की सेवाएं मानद प्रशिक्षक के तौर पर ले सकता है। खेलों में जिस तरह के परिवर्तन आ रहे हैं, प्रशिक्षकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि बुझे हुए मन से तरक्की नहीं होती है। इसके लिए जोश व जज्बा होना चाहिए। उत्साहपूर्ण भावना के साथ ही राज्य की तरक्की के लिए काम किया जा सकता है। बहुत से देशों में खेल सुविधाएं यहां की तुलना में काफी कम हैं फिर भी वे खेल के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमें आगे बढ़ना है तो ‘‘वी केन डू इट’’ की भावना रखनी होगी।
खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि हाॅकी सिंथेटिक टर्फ का लोकार्पण आधुनिक खेल में राज्य के लिए बहुत ही शुभ संकेत है। पिछले कुछ समय में राज्य में खेल अवस्थापना सुविधाओं में जिस तेजी से काम हुआ है उससे हम बहुत ही गौरान्वित हैं। अपने सीमित संसाधनों के होते हुए भी वर्ष 2018 के नेशनल गेम्स के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए हम संकल्पबद्ध हैं। हमारे युवाओं को खेलों के माध्यम से एक सकारात्मक दिशा मिलेगी। द गे्रट खली के सहयोग से डब्ल्यूडब्ल्यूई के भारतीय वर्जन, सीडब्ल्यूई-द गे्रट खली रिटर्नस् प्रो रेसलिंग का देहरादून व हल्द्वानी में आयोजन किया जा रहा है। सचिव खेल शैलेश बगोली ने बताया कि राज्य में हाॅकी का यह पहला सिंथेटिक टर्फ है। उत्तर भारत में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ऐसे पाॅलीग्रास ओलम्पिया मैदान बहुत कम हैं।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टैडियम में नवनिर्मित हाॅकी सिंथेटिक टर्फ के लोकार्पण के अवसर पर जब पूर्व ओलम्पियन हरदयाल सिंह व अर्जुन अवार्ड विजेता पद्म बहादुर मल्ल को कार्यक्रम में देखा तो उन्हें मंच पर बड़े आग्रह के साथ बुला कर सम्मानित किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काउ, ब्लाॅक प्रमुख बीना बहुगुणा सहित अन्य गणमान्य, खेल प्रेमी व खिलाड़ी उपस्थित थे।