देहरादून: मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में गढ़वाली फिल्म रिखुली का शुभारंभ किया। फिल्म से जुड़े कलाकारों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्में समाज को दिशा देने के साथ ही युवाओं को प्रेरणा देने का भी कार्य करती है। उत्तराखण्ड का नैसर्गिक सौंदर्य फिल्मकारों को देवभूमि उत्तराखण्ड के लिए आकर्षण का केन्द्र बना है। राज्य में फिल्मकारों को सुविधा प्रदान करने के लिये उनके हित में कई निर्णय लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि फिल्मांकन के लिये पूरा उत्तराखण्ड एक डेस्टिनेशन है। उन्होंने कहा कि फिल्म रिखुली हमारी पारम्परिक लोक परम्पराओं और मान्यताओं से युवा पीढ़ी को परिचित कराने का सार्थक प्रयास है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी संस्कृति परिवेश एवं पूर्वजो द्वारा दिये गए संस्कारों से जुड़ा रहना होगा। ये हमारी जड़े हैं। अपनी जड़ों से जुड़ा रहकर ही हम जीवन में सफल होंगे तथा हमारी पहचान बनी रहेगी।
फिल्म निर्देशक श्री जगत किशोर गैरोला ने बताया कि स्वाभाविक परिवर्तन के चक्र में पुरानी परम्पराएँ मान्यताएं धीरे धीरे नष्ट हो जाती है, और मोबाइल के बाद तो यह परिवर्तन इतनी तेज़ी से हुआ कि आज की पीढ़ी के लिए वो कल्पना से भी बाहर हो गया। फ़िल्म रिखुली उसी 90 के दशक में दूरस्थ पहाड़ो के गवों ख़ासकर चमोली ज़िले के दूरस्थ क्षेत्रों की जीवनचर्या, मान्यतायें, परंपराएँ और समाज को पर्दे पर संजोने का एक प्रयास है।
इस अवसर पर सचिव श्री दीपक गैरोला, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि, अभिनेता श्री हेमंत पाण्डे, प्रसिद्ध गीतकार श्री नरेन्द्र सिंह नेगी, फिल्म से जुडे विजय वशिष्ठ, दीपक ठाकुर, अंजली नेगी आदि उपस्थित थे।